नागपुर: विकास का श्रेय लेने की होड़ में गरमाने लगी सियासत, भाजपा-कांग्रेस हुई आमने-सामने
- पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों हेल्थ सेंटर के उद्घाटन पर सवाल
- पूर्व मंत्री सुनील केदार के विरोध में धरना का ऐलान
- जिला नियोजन की बैठक होगी कल
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे राजनीतिक दलों ने दांव पेंच चलने शुरु कर दिए हैं। विकास मामले को लेकर श्रेय लूटने की राजनीति गरमाने लगी है। जिले में भाजपा व कांग्रेस आमने सामने नजर आ रही है। विशेष पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। वहीं भाजपा के निशाने पर कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री सुनील केदार दिख रहे हैं। हाल ही में पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जिले में 3 हेल्थ सेंटर का उद्घाटन किया। इसपर कांग्रेस ने आपति जतायी। जिला परिषद में कांग्रेस की सत्ता है। जिला परिषद की अध्यक्ष मुक्ता कोकड्डे ने आरोप लगाए कि भाजपा जनता को भ्रमित कर ही है। जिन हेल्थ सेंटर का उद्घाटन किया गया वहां अभी कोई सेवा सुविधा नहीं है। कर्मचारी भी नहीं है। उद्घाटन के लिए भाजपा के लोगों ने जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पर दबाव लाया है। कांग्रेस के इस आरोप को भाजपा ने निराधार ठहराया है। जिला परिषद में विपक्ष के नेता आतिश कुमरे ने कहा है कि राज्य सरकार की निधि से हेल्थ सेंटर के कार्य पूरे हुए है। जिला परिषद में कांग्रेस की सत्ता है उसे यह सब सहन नहीं हो रहा है। कांग्रेस ने तो 45 करोड की निधि पर कोर्ट से रोक लाने का काम किया है। भाजपा के नेतृत्व की सरकार ने जिले में हेल्थ सब सेंटर के लिए 99 करोड रुपये दिए। जिला नियोजन समिति को 950 करोड की निधि दी गई है।
धरना प्रदर्शन
इस बीच भाजपा ने कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री सुनील केदार को घेरने के लिए धरना प्रदर्शन का ऐलान किया। केदार, सावनेर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते हैं। फिलहाल सहकारी बैंक घोटाले में दोषी ठहराए जाने पर उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी है। हालांकि जिप में कांग्रेस की सत्ता सहित विविध चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत के लिए जिले में केदार की पहचान किंगमेकर की है। उनके विरोध में पूर्व विधायक आशीष देशमुख को आगे रखकर भाजपा ने प्रदर्शन की तैयारी की है। आशीष ने तो यहां तक कह दिया है कि केदार को सहकार मंत्री दिलीप वलसे पाटील का संरक्षण मिला है। वलसे पाटील, भाजपा गठबंधन के ही नेता हैं।