पासपोर्ट नवीनीकरण के लिए पुलिस वेरिफिकेशन, रिश्वत लेते 2 पुलिसकर्मी गिरफ्तार
- एसीबी के दस्ते ने दबोचा
- हवलदार व सिपाही हैं मामले के आरोपी
- हुडकेश्वर थाने में कार्यरत हैं दोनों
डिजिटल डेस्क, नागपुर। रिश्वत लेने के प्रकरण में एसीबी ने हुडकेश्वर थाने के एक हवलदार व सिपाही को धर-दबोचा। एक व्यक्ति को पासपोर्ट के नवीनीकरण के लिए पुलिस वेरिफिकेशन की जरूरत थी, इसके लिए इन्होंने 2 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। बुधवार को दो हजार रुपए की रिश्वत लेते थाने के सिपाही नितीन पुरुषोत्तम ढबाले को एसीबी ने धर-दबोचा। कार्रवाई हुडकेश्वर थाना परिसर में ही की गई। दोनों पुलिस कर्मियों के खिलाफ हुडकेश्वर थाने में रिश्वतखोरी का मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि पासपोर्ट बनवाने के लिए पुलिस वेरिफिकेशन की जरूरत होती है। सारे दस्तावेज पासपोर्ट कार्यालय में जमा करने के बाद संबंधित थाने की पुलिस का वेरिफिकेशन लगता है। इसके बाद ही पासपोर्ट को वैलिड माना जाता है।
छानबीन में हुई पुष्टि : पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एक 32 वर्षीय व्यक्ति ने एसीबी कार्यालय नागपुर में शिकायत की थी कि उसे पासपोर्ट का नवीनीकरण कराना था। वह हुडकेश्वर थाने में पुलिस वेरिफिकेशन के लिए गया। वहां पर उसकी मुलाकात थाने के संबंधित विभाग के हवलदार राहुल महाकुलकर और सिपाही नितीन ढबाले से हुई। इस काम के लिए उससे दो हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई। उसने एसीबी कार्यालय में हवलदार और सिपाही के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत कर दी। 31 जनवरी को एसीबी कार्यालय के अधिकारियों ने इस मामले की छानबीन की। पुष्टि होने पर एसीबी के दस्ते ने जाल बिछाकर आरोपी सिपाही नितीन ढबाले को दो हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए धर-दबोचा।
पहले भी चर्चा में रहे हैं दोनों : सिपाही ने एसीबी को बताया कि वह यह रकम हवलदार राहुल के कहने पर ली है। इन दोनों पुलिसकर्मियों का नाम इसके पहले भी चर्चा में रहा है। एसीबी ने कार्रवाई कर दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया। एसीबी के अधीक्षक राहुल माकणीकर, अपर अधीक्षक संजय पुरंदरे, सचिन कदम के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई। एसीबी की पुलिस निरीक्षक वर्षा मते, सचिन मत्ते, आशीष चौधरी, हवलदार अनिल बहिरे, आशु श्रीरामे, पुलिस सिपाही अमोल मेंघरे,चालक पुलिस नायब असलेंद्र शुक्ला ने कार्रवाई में सहयोग किया।