नागपुर: कोरोना के नए वैरिएंट जेएन 1.1 का मरीज मिला, संक्रमण की हुई काफी तेज गति
- जेएन-1 का सब वैरिएंट
- सब वैरिएंट जेएन-1.1 का पहला मरीज मिला
- वायरल रिसर्च डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी का खुलासा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना के नए वैरिएंट जेएन-1 के 20 मरीज दर्ज होने के बाद अब उसका सब वैरिएंट जेएन-1.1 का पहला मरीज मिला है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की वायरल रिसर्च डायग्नोस्टिक लेबोरेटरी (वीआरडीएल) में नए सब वैरिएंट का मरीज दर्ज हुआ है।
एम्स की माइक्रोबाइलॉजी विभाग प्रमुख प्राध्यापक व प्रिन्सिपल इन्वेस्टिगेटर डॉ. मीना मिश्रा के अनुसार दिसंबर 2023 में कोरोना के तीन पॉजिटिव मरीज आए थे। उनमें से एक मरीज के सैंपल में जेएन-1.1 यह सब वैरिएंट पाया गया था। जेएन-1 के बाद जेएन-1.1 सब वैरिएंट तेजी से बढ़ रहा है।
स्वतंत्र दर्जा देने पर विचार
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस वैरिएंट को स्वतंत्र श्रेणी में दर्ज करने पर विचार कर रहा है। इस सब वैरिएंट के मरीजों में गंभीर लक्षण दिखाई देने से इस पर अध्ययन करना जरूरी बताया गया है। कोरोना की पहली लहर से अब तक एम्स की लेबोरेट्री में 4.50 लाख से अधिक सैंपलों की जांच की गई है।
मई 2023 में इस लेबोरेट्री को भारतीय सार्स कोविड-2 जीनोमिक कन्सोर्टियम ने नई इन्सकॉग जीनोम सीक्वेसिंग लैब के रूप में मान्यता दी है। एनआईवी पुणे इसकी हब लैब है। इसलिए एम्स की लेबोरेट्री सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट इन्सकॉग पर अपलोड करने में सक्षम हो चुकी है।
जिले में कोरोना के 42 एक्टिव मरीज
जिले में अब तक कोरोना के 98 मरीज मिले हैं। इनमें से 42 एक्टिव मरीज हैं। पिछले महीनेभर से कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं। इससे पहले कोरोना खत्म होने से सभी जांच केंद्र बंद हो चुके थे। अब नये वेरिएंट जेएन-1 के मरीज देशभर के अलग-अलग शहरों में मिलने लगे हैं। इस कारण स्वास्थ्य यंत्रणा को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद शहर में 46 व ग्रामीण में 53 केंद्र शुरू किए गए हैं।
इन केंद्रों में जांच के दौरान 98 बाधित मिले हैं। इनमें नये वेरिएंट जेएन-1 के 20 मरीज पाए गए। सोमवार को जिले में कुल 42 एक्टिव मरीज थे। इनमें शहर के 29 व ग्रामीण के 13 मरीजों का समावेेश है। 56 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में सोमवार को 23 मरीजों की जांच की गई। इनमें से किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आयी है।