रोष: 3 साल का करार, 2 साल में ही 4 हजार कर्मियों को हटाया
- बेरोजगारी का संकट : बाह्यस्रोत से नियुक्त डाटा एंट्री ऑपरेटर कार्यमुक्त
- स्वास्थ्य विभाग की ऑनलाइन सेवा लड़खड़ाई
डिजिटल डेस्क. नागपुर । राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान अंतर्गत बाह्यस्रोत से नियुक्त किए गए डाटा एंट्री ऑपरेटरों को कार्यमुक्त किया गया। 3 साल के करार पर नियुक्ति कर दो साल में कार्यमुक्ति की नोटिस देने पर नागपुर जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटरों हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य विभाग की ऑनलाइन सेवा लड़खड़ा गई है।
प्रतिमाह 9 हजार रु. मानधनर
सेवा प्रदाता कंपनी ने डाटा एंट्री ऑपरेटरों की प्रतिमाह 9 हजार रुपए मानधन पर नियुक्त किया था। 3 साल के करार पर उनकी नियुक्त की गई। एक साल पूरा होने पर 10 फीसदी और दो साल पूरे होने पर 15 फीसदी मानधन बढ़ाने का करार किया। दो साल होने पर अचानक उन्हें कार्यमुक्त करने का पत्र थमा दिया।
सेवाकाल से पहले कार्यमुक्त
नागपुर जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग में 102 डाटा एंट्री ऑपरेटरों को नियुक्त किया गया। मे. यशस्वी एकादमी फॉर स्किल पुणे संस्था के माध्यम से दो साल पहले उनकी नियुक्ति की गई। सेवा प्रदाता कंपनी ने उनके साथ 3 साल का करार किया। दो साल में ही उन्हें कार्यमुक्त करने की नोटिस भेजी गई।