विकास: रेलवे पटरी के बगल में लगेंगे सोलर पैनल

छोटे स्टेशनों को मिलेगी बिजली

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-23 10:39 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सोलर से बिजली को बढ़ावा देने के लिए अब रेलवे की ओर से पटरी के बगल में खाली जमीन का उपयोग किया जाएगा। मध्य रेलवे में 595 एकड़ जगह चुनी गई है, जिसमें नागपुर मंडल की नागपुर-वर्धा, वर्धा-बल्लारशाह व नागपुर-इटारसी लाइन भी शामिल है। यहां लगे सोलर पैनल से मिलने वाली बिजली से रास्ते में पड़ने वाले छोटे स्टेशनों पर बिजली आपूर्ति की जाएगी। इससे छोटे स्टेशनों पर होने वाले बिजली खर्च की बचत होगी।

इस कारण योजना पर अमल

रेलवे में बिजली खर्च बड़े पैमाने पर होती है। कुछ समय पहले तक रेलवे एमएसईबी से ही बिजली खरीदती थी, जिसका बहुत ज्यादा बिल चुकाना पड़ता था। अब मध्य रेलवे के नागपुर मंडल में छोटे स्टेशनों जैसे बैतूल, घोड़ाडोंगरी, आमला स्टेशन पर ही सोलर रूफ लगाए गए हैं, लेकिन जगह कम होने से बिजली पैदा करने की क्षमता भी कम है। ऐसे में रेलवे अब पटरियों के बगल की खाली जगह को उपयोग में लाने जा रही है। पटरियों के बगल में जमीन स्तर पर पैनल लगाए जाएंगे। इसके बगल में सुरक्षा फैंसिंग भी लगेगी। 

अब तक 675 किलोवॉट का सोलर ऊर्जा

अक्टूबर तक, मध्य रेल ने विभिन्न स्टेशनों पर 675 किलोवाट की संचयी स्थापना को चिह्नित करते हुए, महीने के भीतर 85 किलोवाट की प्रगति हासिल करके महत्वपूर्ण प्रगति की है। मध्य रेल ने अक्टूबर में अपने मंडलों के कई प्रमुख स्टेशनों पर सफलतापूर्वक छत पर सौर संयंत्र स्थापित किए हैं, जिसमें मुंबई मंडल में कलंबोली में 20 किलोवॉट, पुणे मंडल के रूकड़ी में 20 किलोवॉट, मसूर में 25 किलोवॉट, नागपुर मंडल के चांदूर बाजार में 20 किलोवॉट के संयत्र शामिल हैं।

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