डोंट वरी बी हैप्पी: अब बिना टिकट रेल यात्रियों का यूपीआई से कट रहा है चालान
- अब यूपीआई है न - बेटिकट भुगतान में दूर हुआ ऑनलाइन संकट
- 6 महीने में कटा 2 करोड़ रुपए का चालान
- रेलवे ने बैंक से अनुबंध कर शुरू की ऑनलाइन सुविधा
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता। सड़क पर सब्जी बेचने वालों से लेकर हाथगाड़ी पर धंधा करने वाले व्यापारियों के पास डिजिटल लेनदेन का विकल्प होने के बाद भी रेलवे के पास यह व्यवस्था नहीं थी। इस वजह से बिना टिकट यात्रियों को पकड़ने के बाद रेलवे के टीसी को सबसे बड़ी दिक्कत जुर्माना वसूलते समय आती थी। ऐसे में टीसी जुर्माना वसूलने के लिए रेलवे के स्टाल पर उपलब्ध यूपीआई और क्यूआर कोड का सहारा लेते थे। जिसमें यात्री और टीसी दोनों का समय बर्बाद होता था, लेकिन अब टीसी के पास यूपीआई का विकल्प उपलब्ध होने पर बिना टिकट यात्रियों का तेजी से चालान कट रहा है। मध्य रेलवे के टीसियों ने महज 6 महीने में केवल यूपीआई से 2 करोड़ रुपए से अधिक का चालान काटा है।
अब क्यूआर कोड का भी विकल्प
रेलवे में जुर्माना वसूलने के लिए डिजिटल भुगतान का विकल्प उपलब्ध हो इसलिए रेलवे खाता खोलने पर विशेष जोर दे रही है। मध्य रेलवे और भारतीय स्टेट बैंक ने खाता खोलने के लिए समझौता किया है। रेलवे विभाग का क्यूआर कोड टीसी को दे दिया गया है। इससे यात्रियों और टीसी दोनों का समय बच रहा है। मध्य रेलवे के मुंबई डिवीजन में 1200 टिकट निरीक्षक हैं। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्टेशन पर काम करने वाले सभी टीसी को एक क्यूआर कोड देने की प्रक्रिया जारी है।
ऑनलाइन जुर्माना भरने वालों की संख्या बढ़ी
जुलाई से दिसंबर 2023 के 6 महीनों में मध्य रेलवे के टीसियों ने क्यूआर कोड स्कैन कर 66,093 रुपए का दंड वसूला। इससे 2,09,09,679 करोड़ की रकम सीधे रेलवे के बैंक खाते में जमा हुई है। जुलाई महीने में 1,759 लोगों ने ऑनलाइन जुर्माना भरा था जबकि दिसंबर में यह आंकड़ा बढ़कर 14,216 हो गया।
पहले टीसी अपनाते थे यह विकल्प
पहले रेलवे के पास ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध नहीं थी। उस समय लोकल में बिना टिकट यात्रा करते समय टीसी द्वारा पकड़े जाने पर जो यात्री ऑनलाइन जुर्माना भरने को तैयार होते थे, उनसे रेलवे प्लेटफॉर्म के स्टॉल धारकों के पास उपलब्ध स्कैनर से जुर्माना वसूला जाता था। उसकी ऐवज में स्टॉल धारक टीसी को नकदी दे देते थे। क्यूआर कोड ने इस दिक्कत को हमेशा के लिए बंद कर दिया है।
जुलाई से दिसंबर 2023 तक ऑनलाइन जुर्माना वसूली
महीना - मामले - वसूली जुर्माना (रुपए में)
जुलाई - 1,759 - 4,94,793
अगस्त - 8,574 - 25,65,871
सितंबर -13,767 -43,50,986
अक्टूबर -15,024 -47,83,928
नवंबर -12,753 -42,19,416
दिसंबर -14,216 -44,94,695
कुल - 66093 -2,09,09,679