बवाली बयान: शिवसेना विधायक गायकवाड के विवादित बयान से भाजपा का किनारा, राहुल की जीभ काटने पर इनाम
- आरक्षण को लेकर राहुल गांधी ही नहीं नेहरु का वक्तव्य बनेगा भाजपा का प्रचार का मुद्दा
- बावनकुले बोले-राहुल के बयान पर क्यों नहीं बोल रहे हैं जरांगे पाटील
- शिवसेना विधायक संजय गायकवाड के जीभ काटनेवाले बयान से हड़कंप
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बुलढाणा जिले से शिवसेना शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड ने विवादित बयान दिया है। गायकवाड ने कहा है कि राहुल गांधी की जीभ काटनेवालों को वे 11 लाख का इनाम देंगे। गायकवाड के बयान का राजनीतिक क्षेत्र में भी विरोध किया जा रहा है। इस मामले पर बावनकुले ने कहा कि गायकवाड के बयान का समर्थन नहीं किया जा सकता है।
आरक्षण को लेकर चुनावी सरगर्मी तेज
आरक्षण को लेकर चुनावी सरगर्मी तेज होने लगी है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाने की रणनीति तैयार की है। कांग्रेस व गांधी परिवार को आरक्षण् विरोधी ठहराते हुए भाजपा प्रचार करेगी। इस बीच शिवसेना शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड ने राहुल गांधी की जीभ काटनेवाला बयान देकर राजनीतिक खलबली मचा दी है।
क्या कहा है बावनकुले ने
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कोराडी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा। बावनकुले ने कहा-राहुल गांधी ने विदेश में जाकर आरक्षण समाप्त करने के लिए जो विचार रखा है वह भारत के आरक्षित वर्ग पर आघात है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर नेहरु ने भी कहा था कि आरक्षण देश के विकास में बाधा है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी वही बात दोहरायी। राजीव गांधी ने कहा था कि आरक्षण बुद्धिहीनों का सपोर्ट करता है। अब राहुल गांधी आरक्षण समाप्त करने की बात कह रहे हैं। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को नेहरु व गांधी परिवार के इन वक्तव्यों की जानकारी दी जाएगी। आरक्षित वर्ग के घरों तक जाकर भाजपा कार्यकर्ता बताएंगे कि किस तरह कांग्रेस आरक्षण विरोधी रही है। बावनकुले ने मराठा आंदोलन के प्रमुख मनोज जरांगे पाटील पर भी सवाल दागा है। उन्होंने कहा है- जरांगे पाटील मराठा आरक्षण की मांग कर रहे है। लेकिन राहुल गांधी संपूर्ण आरक्षण को ही समाप्त करने की बात कह गए हैं। ऐसे में जरांगे पाटील बताएं कि मराठा समाज को कैसे आरक्षण मिल पाएगा। जरांगे पाटील ने राहुल गांधी से चर्चा करना चाहिए। बावनकुले ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय जो लोग आरक्षण व संविधान पर खतरा बता रहे थे अब उनकी मानसिकता ही सामने आ गई है। आरक्षित वर्ग को बताया जाएगा कि उनके लिए असली खतरा कौन है।