योजना: प्रदूषण मुक्ति की ओर नागपुर का कदम
- एकीकृत घनकचरा प्रक्रिया परियोजना का गडकरी व फडणवीस ने किया भूमिपूजन
- कचरे से संपत्ति पैदा करने की एक महत्वाकांक्षी परियोजना
डिजिटल डेस्क, नागपुर। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि प्रदूषण इस समय पूरी दुनिया के सामने सबसे बड़ी समस्या है। कचरे से संपत्ति निर्माण करने की महत्वाकांक्षी परियोजना से नागपुर अब प्रदूषण मुक्ति की आेर कदम बढ़ा रहा है। वे मनपा द्वारा आयोजित एकीकृत घनकचरा प्रक्रिया परियोजना के भूमिपूजन के अवसर पर बोल रहे थे।
ये थे उपस्थित : मनपा के भांडेवाड़ी स्थित 1000 मे. टन क्षमता का घनकचरा प्रक्रिया केंद्र डिजाइन, फाइनेंस, निर्माण, स्वामित्व, संचालन और हस्तांतरण (डीएफबीओओटी) निर्माण और रख-रखाव नवीनीकरण परियोजना का भूमिपूजन केंद्रीय मंत्री गडकरी व उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने किया। विधायक कृष्णा खोपड़े, टेकचंद सावरकर, मनपा आयुक्त एवं प्रशासक डाॅ. अभिजीत चौधरी, नीदरलैंड के महावाणिज्य दूत बार्ट डी जोंग, मनपा अपर आयुक्त आंचल गोयल, अपर आयुक्त डाॅ. सुनील लहाणे, मुख्य अभियंता राजीव गायकवाड, अधीक्षण अभियंता डाॅ. श्वेता बैनर्जी, सस्टेनेबल बिजनेस डेवलपमेंट कंपनी के संस्थापक बर्ट जेगेल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैप विनेम्बोस, निदेशक केदार वझे, एआरसी के जेवी पार्टनर चेयरमैन प्यारे खान, ससबीडी की कार्यकारी निदेशक वृंदा ठाकुर आदि उपस्थित थे।
इसलिए प्रोजेक्ट अहम : केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि, एकीकृत घनकचरा प्रक्रिया प्रकल्प वेस्ट टू वेल्थ आैर नॉलेज टू वेल्थ सिद्धांत के अनुकूल है। यह परियोजना नागपुर का विकास करने के साथ देश के सामने सॉलिड वेस्ट प्रबंधन का एक अच्छा उदाहरण पेश करेगी। सॉलिड वेस्ट को अलग करके इसका उपयोग प्लास्टिक से उर्वरक, सीएनजी गैस, एलएनजी गैस, ईंधन बनाने में किया जा सकता है, इसलिए प्रदूषण से राहत के लिए यह प्रोजेक्ट अहम होगा। इस परियोजना से मनपा को हर साल राजस्व मिलेगा। उन्होंने इस परियोजना से निकलने वाली सीएनजी का उपयोग मनपा की बसों में करने का सुझाव दिया।
नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल : उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, प्रदूषण के कारण पर्यावरण में बदलाव देखा जा रहा है। प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए ऐसी परियोजनाओं की आवश्यकता है। इस प्रोजेक्ट में नीदरलैंड की नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस परियोजना से नागपुर शहर राष्ट्रीय स्तर पर एक सस्टेनेबल शहर के रूप में आगे आएगा। शहर को प्रदूषण मुक्त बनाकर देश के विकास में बड़ा योगदान देगी। इसके अलावा राज्य में सर्कुलर इकोनॉमिक पार्क बनाया जाएगा।