आयोजन: महिलाओं का नेत्री सम्मेलन 10 को

नागपुर की करीब 1500 महिलाएं भाग लेंगी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-08 10:52 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महिला समन्व्य एवं संघमित्रा सेवा प्रतिष्ठान द्वारा रविवार 10 दिसंबर को नेत्री सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। रेशमबाग स्थित महर्षि व्यास हॉल में आयोजित इस सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों का नेतृत्व करने वाली नागपुर की करीब 1500 महिलाएं भाग लेंगी। सम्मेलन का उद्घाटन सुबह 9 बजे महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस की उप कुलपति डॉ. माधुरी कानिटकर करेंगी। इस अवसर पर बतौर विशेष अतिथि, इसरो की साइंटिस्ट डॉ. माधवी ठाकरे उपस्थित रहेंगी। मुख्य वक्ता ‘भारतीय स्त्री शक्ति’ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नयना सहस्रबुद्धे ‘महिलाओं पर भारत के विचार' विषय पर संबोधित करेंगी।

महिला पंचायत का आयोजन : समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी काबिलियत सिद्ध कर देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहीं महिलाओं के लिए आयोजित इस सम्मेलन में उद्घाटन सत्र के बाद ‘महिला पंचायत' का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 'स्थानीय महिलाओं की समस्याएं, स्थिति और संतुष्टि' विषय पर चर्चा की जाएगी। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता फैमिली कोर्ट की सेवानिवृत्त न्यायाधीश डॉ. मीरा खडक्कार करेंगी। इस अवसर पर नई दिल्ली के एनआईपीए की कुलपति डॉ. शशि वंजारी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगी। इस आयोजन में एक स्मरणिका का विमोचन भी किया जाएगा।

भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका : नेत्री सम्मेलन के समापन सत्र में मुख्य अतिथि एमओआईएल की मानव संसाधन निदेशक उषा सिंह शामिल होंगी। ‘भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका' विषय पर महिला समन्वय की अखिल भारतीय सह-संयोजक भाग्यश्री साठ्ये द्वारा मार्गदर्शन किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी, साहित्य बिक्री, सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत नृत्य प्रदर्शन होगा। सम्मेलन के संरक्षक का दायित्व राजमाता राजेश्वरी देवी शाह, संस्कार भारती की अध्यक्ष कांचनताई गडकरी और सेवानिवृत्त न्या. मीरा खडक्कार द्वारा निर्वहन किया जा रहा है। 

‘स्पेस मिशन’ में डॉ. माधवी की भूमिका : नागपुर की मूल निवासी डॉ. माधवी ठाकरे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), अहमदाबाद, गुजरात में वरिष्ठ वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत हैं। वे कई महत्वपूर्ण भारतीय अंतरिक्ष अभियानों जैसे चंद्रयान-2, मार्स ऑर्बिटर मिशन, रिसोर्ससैट-2-ए (आर), चंद्रयान-3, भारतीय नैनोसैटेलाइट (आईएनएस) मिशन-1-ए, 1-बी, 1-सी, स्पेस डॉकिंग, रिसोर्ससैट-3 का अभिन्न अंग रही हैं। डॉ. माधवी 30 साल की उम्र में ही एक सफल और मेधावी वैज्ञानिक के रूप में प्रसिद्ध हुईं।
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