एडवांटेज विदर्भ: नीदरलैंड की कंपनी का मिहान में प्रोजेक्ट, सेज में तैयार होगी फॉर्मा यूनिट
- खासदार औद्योगिक महोत्सव एडवांटेज विदर्भ
- एमएडीसी के साथ महत्वपूर्ण पहल
- गडकरी ने कहा- यहां सभी सुविधाएं, मुंबई जाने की जरूरत नहीं
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र एयरपोर्ट डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड (एमएडीसी) और नीदरलैंड की कंपनी किस्टोनमैब के बीच 200 करोड़ रुपए का प्रकल्प स्थापित करने के लिए सामंजस्य करार हुआ है। खासदार औद्योगिक महोत्सव एडवांटेज विदर्भ में यह करार हुआ है। नागपुर व विदर्भ के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। एसाेसिएशन फॉर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट (एड)की तरफ से राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ की प्रशासकीय इमारत परिसर में शनिवार से एडवांटेज विदर्भ का आयोजन किया गया है।
300 करोड़ रुपए का राजस्व मिलेगा
दूसरे दिन रविवार को फार्मास्युटिकल्स क्षेत्र पर चर्चासत्र आयोजित किया गया। चर्चासत्र में एमएडीसी व नेदरलैंड के कंपनी के अधिकािरयों के बीच सामंजस्य करार हुआ। मिहान सेज में नीदरलैंड की कंपनी किस्टोनमैब द्वारा अत्याधुनिक डोज फॉर्म साेल्युशन्स उत्पादन प्रकल्प स्थापित किया जाएगा। इस करार पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस प्रकल्प में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष 300 लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इसके अलावा सालाना 300 करोड़ रुपए का राजस्व भी प्राप्त होगा।
गडकरी ने कहा- यहां सभी सुविधाएं, मुंबई जाने की जरूरत नहीं
केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी की उपस्थिति में किस्टोनमैब कंपनी के सीईओ डॉ. तुषार सात, सीसीओ डॉ. रोलैंड मिजेल और एमएडीसी लिमिटेड के सेवानिवृत्त अधिकारी प्रकाश पाटिल ने करार पर हस्ताक्षर किए। इस समय एड के अध्यक्ष आशीष काले व सचिव डॉ. विजय शर्मा उपस्थित थे। फॉर्मा सत्र में एएमटीजेड के सीईओ डॉ. जितेंद्र शर्मा शर्मा, नितिका फॉर्मा के रवलीन खुराना, झिम लैब के डॉ. अनवर दौड, अतुल मंडलेकर, एट्रम के अमितकुमार शर्मा, आलाेक सिंह आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर नितीन गडकरी ने कहा कि नागपुर में निर्यात के लिए बड़े प्रमाण में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध है। मिहान सेज का भी उद्योंगों को लाभ हो सकता है। अब निर्यात के लिए मुंबई जाने की आवश्यकता नहीं है। लॉजिस्टिक की दृष्टि से सिंदी डायपोर्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध है। फॉर्मा कंपनियों ने इन सुविधाओं का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने एमएडीसी व नीदरलैंड की कंपनी के बीच हुए करार को अभिनंदनीय बताया है।