विधानसभा की तैयारी: उत्तर- पश्चिम नागपुर और काटोल विधानसभा क्षेत्र पर राकांपा अजित गुट की नजर
- निर्णय पर कायम रह पाएंगे या नहीं
- भाजपा का दावा प्रमुखता से कायम
- राकांपा अजित गुट ने जिले में विधानसभा की कम से कम 3 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय
डिजिटल डेस्क, नागपुर. राकांपा अजित गुट ने जिले में विधानसभा की कम से कम 3 सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। उत्तर नागपुर, पश्चिम नागपुर व काटोल-नरखेड विधानसभा क्षेत्र पर उसकी नजर है। सीट को लेकर महायुति में प्रस्ताव रखने की तैयारी भी चल रही है। 2019 के चुनाव में इन सीटों पर भाजपा पराजित हुई थी। इससे पहले अविभाजित राकांपा ने पूर्व नागपुर से चुनाव लड़ने की तैयारी की थी, लेकिन तत्कालीन कांग्रेस गठबंधन में राकांपा के प्रस्ताव को अस्वीकार किया गया था।
भाजपा का दावा प्रमुखता से कायम
शनिवार को राकांपा अजित गुट के कार्याध्यक्ष प्रफुल पटेल के सिविल लाइन स्थित निवास पर जिले के पदाधिकारियों की बैठक हुई। दावा किया गया कि किसी भी स्थिति में 2 सीटों पर राकांपा अवश्य चुनाव लड़ेगी। उत्तर नागपुर विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 2019 में इस क्षेत्र में कांग्रेस के नितीन राऊत ने भाजपा उम्मीदवार मिलिंद माने को पराजित किया था। पश्चिम नागपुर में विकास ठाकरे ने भाजपा के सुधाकर कोहले को पराजित किया।
काटोल-नरखेड में राकांपा के अनिल देशमुख ने भाजपा उम्मीदवार चरणसिंह ठाकुर को पराजित किया था। पिछले चुनाव में भाजपा भले ही पराजित हुई, लेकिन इन क्षेत्रों में वह जीती भी थी। उत्तर नागपुर में भाजपा से भोला बढेल व मिलिंद माने विधायक चुने गए थे। पश्चिम नागपुर से देवेंद्र फडणवीस, सुधाकर देशमुख विधायक रहे हैं। काटोल में भाजपा के आशीष देशमुख विधायक रहे हैं। ऐसे में तीनों सीटों पर भाजपा का दावा प्रमुखता से कायम रहेगा।
निर्णय पर कायम रह पाएंगे या नहीं
राकांपा अजित गुट के ही कुछ कार्यकर्ताओं में सुना गया कि सीटों को लेकर निर्णय पर प्रफुल पटेल कायम रह पाएंगे या नहीं। इससे पहले कार्यकर्ताओं का अनुभव ठीक नहीं रहा है। 2019 में पूर्व नागपुर से दावा किया गया था, लेकिन बाद में दावा वापस ले लिया गया। संगठनात्मक मामले में भी पटेल कई बार अपने ही निर्णयों से पीछे हटते रहे। उन्होंने अविभाजित राकांपा को मजबूत करने के लिए गोंदिया से राजेंद्र जैन को नागपुर भेजा था। लेकिन संगठन का विस्तार नहीं हो पाया। अब भी वही स्थिति है। जिले में राकांपा के बड़े नेता पूर्व मंत्री अनिल देशमुख, पूर्व मंत्री रमेश बंग, शेखर सावरबांधे, दुनेश्वर पेठे सहित अन्य नेता राकांपा शरद पवार गुट में हैं। राकांपा अजित गुट का विधानसभा क्षेत्र स्तर पर ही अधिक विस्तार नहीं हो पाया है।