हम नहीं सुधरेंगे: ओट में छिपकर दिनभर मोबाइल से फोटो खींचते नजर आई नागपुर की ट्रैफिक पुलिस
- पुलिस विभाग के आला अफसर के कथन के बाद भी कोई सुधार नहीं
- चौराहे के बजाय ओट में छिपकर खड़े रहते हैं यातायात पुलिसकर्मी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के यातायात पुलिस विभाग में कार्यरत कर्मचारी इन दिनों \"हम नहीं सुधरेंगे' की कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। दौड़कर दोपहिया वाहन को पकड़ना, निजी मोबाइल से फोटो निकालकर वाहन चालक को डराने का काम हो रहा है, जबकि विभाग के आला अफसर कह चुके हैं कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को अपने मोबाइल फोन से वाहन चालकों की फोटो लेने का अधिकार नहीं है और न ही यातायात पुलिस विभाग के वरिष्ठ कार्यालय की ओर से इसे मंजूरी दी गई है। यह खुलासा गत 10 जुलाई को तिलक खंगार नामक एक व्यक्ति द्वारा सूचना का अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में सामने आ चुका है। इसके बाद भी मोबाइल से फोटो निकालना बंद नहीं किया गया है।
लक्ष्य पूरा करने की होड़
लकड़गंज यातायात पुलिस परिमंडल के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संतोष वैरागडे इस बात का खुलासा कर चुके हैं कि ट्रैफिक पुलिस को अपने मोबाइल से किसी भी वाहन चालक की फोटो लेकर चालान भेजने का अधिकार नहीं है। दैनिक भास्कर ने यातायात पुलिस विभाग के इस खुलासे के बाद कि उन्हें वाहन चालक की मोबाइल से फोटो खींचने का अधिकार नहीं है, बुधवार को जब ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की कार्रवाई का जायजा लिया गया, तो तो शहर के वेरायटी चौक, ऑटोमोटिव चौक, तुकड़ोजी पुतला चौक सहित कई चौराहों पर यातायात पुलिसकर्मी दौड़कर दोपहिया वाहन को रोकने व उनकी फोटो लेने का कार्य करते नजर आए। ट्रैफिक पुलिस विभाग को चालान कार्रवाई के लिए डीवाईस दिया गया है। कुछ पुलिसकर्मियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यातायात पुलिस विभाग में डीवाइस की कमी के चलते ट्रैफिक पुलिस वाले अपना टारगेट पूरा करने के लिए मोबाइल से फोटो लेने के लिए विवश हो जाते हैं, यही कारण माना जा रहा है कि वह अपने मोबाइल से वाहन चालकों की फोटो लेते हैं। इसके बाद उसे डिवाइस में अपलोड कर चालान कार्रवाई के टारगेट को पूरा करते हैं।
किसी के पास डिवाइस, किसी के पास नहीं
सूत्रों के अनुसार शहर में यातायात पुलिस विभाग के 10 परिमंडल शाखा कार्यरत हैं, जिसमें कामठी, सदर, सीताबर्डी, कॉटन मार्केट, सोनेगांव, सक्करदरा, अजनी, इमामवाड़ा आदि का समावेश है। इन यातायात पुलिस परिमंडल में किसी को 5 तो किसी को 15 से अधिक डीवाइस दिया गया है। यह डिवाइस चालान कार्रवाई के आधार पर प्रत्येक यातायात पुलिस परिमंडल शाखा को दिया गया है। जानकारी के अनुसार यातायात पुलिस विभाग में 250 से अधिक डीवाइस दिए गए हैं, ऐसे में किसी कर्मचारी के पास डिवाइस है और किसी के पास नहीं है, लेकिन टारगेट तो हर किसी को पूरा करना है। यातायात पुलिस विभाग में 550 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं।