महाराष्ट्र: राज्य में लाडली बहन योजना के नागपुर पैटर्न पर अमल होगा, अगरबत्ती यूनिट का उद्घाटन
- जिले में महिला रिक्षा चालकों को मिलेगा पिंक रिक्षा
- हजार महिलाओं ने जमा किए 30 लाख रुपए
- कोराडी में अगरबत्ती यूनिट का उद्घाटन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना के लिए नागपुर पैटर्न राज्य भर में अमल में लाया जाएगा। महिला व बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने बताया कि लाडली बहन योजना के तहत करीब 30 लाख का आर्थिक लाभ नागपुर महिला सम्मान सहकारी पत संस्था में जमा करके निधि का योग्य विनियोजन किया गया है। यह पैटर्न राज्य में प्रसिद्ध होगा। महिलाओं के द्वारा निर्मित उत्पादन की आनलाइन बिक्री के लिए यशस्विनी वेबपोर्टल पर उत्पादन पंजीयन करने का आवाहन तटकरे ने किया। सोमवार को जगदंबा महालक्ष्मी मंदिर परिसर कोराडी में आयोजित कार्यक्रम में तटकरे बोल रही थी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, विधायक टेकचंद सावरकर, महिला व बालविकास विभाग के आयुक्त डॉ.प्रशांत नारनवरे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनायक महामुनि, सरपंच नरेंद्र धानोले उपस्थित थे।
लाडली बहन योजना की निधि से निवेश
मंत्री तटकरे ने बताया कि लाडली बहन योजना के तहत दूसरे चरण में 31 अगस्त को 52 लाख महिलाओं के बैंक खाते में राशि जमा की गई। नागपुर जिले में 3 हजार महिलाओं ने एकत्र आकर नागपुर महिला सम्मान सहकारी पतसंस्था में 1500 में से 1000 रुपये जमा किए। इससे 30 लाख रुपये का निवेश हुआ। इससे महिला बचतगट को गति मिलेगी। महिला सक्षमीकरण की दिशा में नागपुर जिले की महिलाओं ने किए इस कार्य को नागपुर पैटर्न के तौर पर राज्य भर में प्रसिद्धि मिलेगी। अन्य क्षेत्र में भी महिलाएं इस पैटर्न पर अमल करेगी।
खनिकर्म निधि से साइकिल
नागपुर जिले में जिला खनिकर्म निधि से आंगनवाडी सेविका व मददनिस को साइकिल देने की संकल्पना की सराहना करते हुए मंत्री तटकरे ने कहा कि इस संबंध में प्रस्ताव को महिला व बाल विकास विभाग ने मंजूरी दी है। नागपुर शहर में महिला चालकों के लिए 1400 पिंक रिक्षा शुरु कराए जाएंगे। कामठी तहसील में पिंक रिक्षा के लिए विशेष मंजूरी दी जाएगी। महिला आर्थिक विकास महामंडल की ओर से फूड स्टाल के लिए महिलाओं को आर्थिक सहायत के संबंध में धनादेश का वितरण भी किया गया। मंत्री तटकरे ने यह भी कहा कि लाडली बहन योजना को लेकर कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं। महिलाओं के मामले में इस तरह की राजनीति का विरोध होना चाहिए।