Nagpur News: सरकार पर एसटी का 3 करोड़ बकाया, 10 माह में विभाग की एक हजार से ज्यादा बसों का उपयोग

  • महिला सशक्तिकरण से लेकर लाडली बहन योजना में दौड़ी थीं बसें
  • 10 माह में नागपुर विभाग की एक हजार से ज्यादा बसों का उपयोग

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-28 14:12 GMT

Nagpur News : महाराष्ट्र की पिछली सरकार ने अपनी कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार में जमकर पैसा बहाया था। लाडली बहन योजना के सम्मेलन सहित अन्य सरकारी गतिविधियों में भीड़ लाने के लिए एसटी के नागपुर विभाग से कुल एक हजार 65 बसें लगाई गई थी.इन योजनाओं के दम पर महायुति ने राज्य में एक बार फिर सत्ता में वापसी की है लेकिन, एसटी के नागपुर महामंडल की बकाया राशि अभी तक सरकार से नहीं मिली है। यह राशि 3 करोड़ 9 लाख 85 हजार 1 सौ 95 रुपये बताई जा रही है। एसटी महामंडल को उम्मीद है कि नई सरकार से बकाया रकम मिलने से उसकी तिजोरी में करोड़ों का राजस्व प्लस हो जायेगा। 

प्रति दिन घाटे में चलती हैं : एसटी के नागपुर विभाग में कुल 440 बसें हैं, जो प्रति दिन घाटे में चलती है। इन बसों में भले ही यात्रियों की संख्या ज्यादा रहती है, लेकिन कमाई के मामले में बसों का खर्च भी नहीं निकलता है। ऐसे में इन बसों को आउटसोर्स से कमाई करनी पड़ती है। जैसे शादी ब्याह, पिकनिक व सरकारी योजना में शामिल होने पर बसों को प्रति किमी 50 रुपये से ज्यादा का किराया मिल जाता है। नागपुर शहर में अकेले लाडली बहन योजना के कार्यक्रम में कुल 557 बसें लगी थी, जिसके बदले सरकार को इन्हें 1 करोड़ 43 लाख रुपए से ज्यादा की राशि देनी है।

सरकार से लगातार मांग

विनोद चावरे, विभाग नियंत्रक, एसटी महामंडल विभाग के मुताबिक सालभर का सरकारी योजनाओं में लगाई गई एसटी बसों का बकाया 3 करोड़ रुपए से ज्यादा है। सरकार से लगातार मांग की जा रही है। अभी तक सकारात्मक प्रतिसाद नहीं मिला। इस कारण नियमित बस चलाने में प्रशासन को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इन सरकारी योजनाओं में शामिल थी बसें

  • 8 व 9 जनवरी को गड़चिरोली में हुए मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण में 50 बसें लगाई गई थी। इन बसों को 15 लाख 95 हजार 8 सौ 17 रुपये देना बाकी है।
  • 24 फरवरी को यवतमाल में मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना का सम्मेलन हुआ था, जिसमें 100 बसें लगाई गई थी। इन बसों की 3 लाख 14 हजार की राशि बकाया है।
  • 28 फरवरी को यवतमाल में उमेद महिला सम्मेलन हुआ था, जिसमें 100 बसें लगाई गई थी। इन बसों को 41 लाख 13 हजार से ज्यादा की राशि देनी बाकी है।
  • 31 अगस्त को नागपुर शहर में मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना का बड़ा सम्मेलन किया गया था। तब कुल 557 बसें लगाई गई थीं, जिन पर नागपुर जिले के विभिन्न जगहों से लाडली बहनों को सम्मेलन तक लाने और यहां से वापस भेजने की जिम्मेदारी दी गई थी। इन बसों का बिल 1 करोड़ 43 लाख 35 हजार 4 सौ 57 रुपए हुआ था।
  • 5 अक्टूबर को वाशिम में प्रधानमंत्री का दौरा हुआ था। इसमें भी 130 बसें लगाई गई थी, जिसका 48 लाख से ज्यादा का किराया देना बाकी है।
  • 20 नवंबर को विश्वकर्मा योजना कार्यक्रम का आयोजन वर्धा में किया था। तब भी 120 एसटी बसें को लगाया गया था, जिसके बदले सरकार को एसटी महामंडल को 29 लाख 56 हजार रुपये किराया देना बाकी है।
  • अभी तक एक भी सम्मेलन का किराया एसटी को नहीं मिला है। ऐसे में जब यह किराया मिलेगा, तो एसटी पर निश्चित तौर पर धनवर्षा होगी।

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