Nagpur News: नसबंदी कराने में पुरुष पीछे, साल भर में मात्र 8 ही केस, जनसंख्या नियंत्रण में भागीदारी पर सवाल
- जिले में गत 3 साल में 29 हजार 60 महिलाएं परिवार कल्याण शल्यक्रिया करा चुकी हैं
- नसबंदी कराने में पुरुष पीछे
Nagpur News : जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से परिवार नियोजन शल्यक्रिया उपक्रम चलाया जाता है। उसे पुरुषों का बहुत कम प्रतिसाद मिल रहा है। सालभर में शहर में केवल 8 पुरुष नसबंदी की जानकारी सामने आई है। वहीं 5 हजार महिलाओं ने परिवार नियोजन शल्यक्रिया कराई है। जनसंख्या नियंत्रण में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की भूमिका अहम मानी जा रही है।
3 साल में 29 हजार महिला शल्यक्रिया
जिले में गत 3 साल में 29 हजार 60 महिलाएं परिवार कल्याण शल्यक्रिया करा चुकी हैं, जबकि 605 पुरुष नसबंदी शल्यक्रिया हुई। सालभर में शहर के केवल 7 पुरुषों ने नसबंदी कराई। जिले में पुरुष नसबंदी करानेवाले पुरुषों का आंकड़ा 78 है। जनसंख्या नियंत्रण के लिए नसबंदी को एक तरह से पुरुष प्रतिसाद नहीं दे रहे हैं।
इस कारण संख्या में कमी
देश की तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने सरकारों की चिंता बढ़ा दी है। उसे नियंत्रित करने के लिए सरकारी स्तर से राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिला परिषद स्वास्थ्य विभाग के अधिनस्थ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आनेवाले उपजिला अस्पताल, ग्रामीण रुग्णालयों में जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम चलाया जाता है। परिवार कल्याण कार्यक्रम का जनजागरण कर शिविरों का आयोजन किया जाता है। शल्यक्रिया करने पर महिला और पुरुषों को अनुदान भी दिया जाता है। शुरुआत के दौर में पुरुष नसबंदी को उत्सफूर्त प्रतिसाद मिला। आगे चलकर भारी काम करने में परेशानी, लैंगिक क्षमता पर प्रतिकूल परिणाम होने की गलतफहमी के चलते पुरुष नसबंदी को प्रतिसाद कम हो गया है।