Nagpur News: टिकट की दौड़ में गर्मा रहा स्थानीय और बाहरी का मामला, उम्मीदवारों को लेकर सस्पेंस
- बगावत के आसार
- विरोध की आहट के 4 प्वाइंट्स
- स्थानीय और बाहरी का मामला गर्मा रहा है
Nagpur News : विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की दौड़ जारी है। स्थानीय व बाहरी का मामला उठाया जाने लगा है। इस बीच विविध क्षेत्रों में बगावत के आसार हैं। प्रमुख दलों में उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस बना है। पूर्व नागपुर में भाजपा उम्मीदवार तय होने के बाद महायुति व महाविकास आघाड़ी के अन्य इच्छुक उम्मीदवारों ने सीधे निर्दलीय दांव आजमाने की तैयारी कर ली है।
विरोध की आहट के 4 प्वाइंट्स
महायुति में शामिल राकांपा अजित गुट की नेता आभा पांडे 24 अक्टूबर को निर्दलीय नामांकन फार्म भरेंगी। पांडे की ओर से व्यापक जनसंपर्क व 8 हजार घरों तक पहुंचने का दावा किया जा रहा है। 2019 में भी उन्होंने मध्य नागपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इस बार पूर्व नागपुर में उनका प्रचार वार रुम भी शुरू हो गया है।
इसी क्षेत्र में राकांपा शरद गुट के शहर अध्यक्ष दुनेश्वर पेठे भी निर्दलीय लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। पेठे इस क्षेत्र से पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं। कांग्रेस की ओर से अभिजीत वंजारी का नाम सबसे आगे चल रहा है। ऐसे में पुरुषोत्तम हजारे व संगीता तलमले बगावत कर सकते हैं। वंजारी को बाहरी ठहराते हुए उनके नाम का विरोध भी किया जाने लगा है। पांडे को भी भाजपा के कुछ कार्यकर्ता बाहरी ठहरा रहे हैं।
उत्तर नागपुर में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर संदीप जाधव का नाम अचानक सबसे अधिक चर्चा में है, लेकिन उनकों भी बाहरी कहा जाने लगा है। लेकिन ऐसे कार्यकर्ता भी हैं, जो खुलकर कहने लगे हैं कि वार्ड स्तर पर 10 वोट नहीं पा सकने वालों को उम्मीदवारी देने के बजाय किसी अन्य नेता को उम्मीदवारी दी जाए। विधानसभा व विधानपरिषद चुनाव लड़ चुके संदीप गवई के नाम पर भी जोर दिया जा रहा है।
मध्य नागपुर में पूरी रणनीति हलबा व मुस्लिम समाज के मतदाताओं की संख्या के गणित पर आधारित है। क्षेत्र में मध्य नागपुर के निवासी को ही उम्मीदवारी मिलने की उम्मीद की जा रही है। पश्चिम नागपुर में बाहरी उम्मीदवार नहीं देने की मांग कांग्रेस ही नहीं, राकांपा अजित गुट के पदाधिकारी भी करने लगे हैं।