Nagpur News: मेडिकल में सावधानी के साथ दिवाली मनाने की अनुमति, नियमावली का करना होगा पालन
- अस्पताल, छात्रावास में सुरक्षा को देनी प्राथमिकता
- प्रशासन ने जारी की नियमावली का करना होगा पालन
Nagpur News : शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में दिवाली मनाने की इजाजत दी गई है। मेडिकल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अविनाश गावंडे ने इस बारे में पत्र जारी कर दिया है। दिवाली मनाने के लिए बनायी गई नियमावली का पालक करना होगा। अस्पताल व छात्रावास परिसर में सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी। साथ ही मरीजों व उनके परिजनों को किसी तरह की समस्या ना हो इसका ध्यान रखना होगा। दिवाली मनाने की अनुमति मिलने से डॉक्टरों व सहायक कर्मियों में खुशी का माहौल है। जो लोग छुटि्टयों पर घर नहीं जा सकते, उन लोगों को मेडिकल परिसर में ही दिवाली मनाने का मौका मिलने से खुशी का माहौल है।
नहीं बजा सकेंगे डीजे व ढोल
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अविनाश गावंडे द्वारा जारी पत्र के अनुसार अस्पताल परिसर में दिवाली मनाते समय निम्न नियमों का पालन करना होगा। मेडिकल परिसर में दीप जलाने की इजाजत नहीं दी गई है। सभी कमरों के परदे, दरवाजे बंद करने के बाद ही दिवाली मनाने को कहा गया है। विविध विभागों में भर्ती बुजूर्ग व गंभीर बीमारियों वाले मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखना होगा। परिसर में रस्सी बम, या भारी आवाज वाले पटाखे उड़ाने की इजाजन नहीं है। डीजे या ढोल बजाने की मनाही की गई है। ध्वनि प्रदूषण वाली सामग्री का उपयोग करने पर प्रतिबंध है। आपात स्थिति में परिसर में लगे अग्निशामक यंत्र, स्मोक डिटेक्टर आदि का उपयोग करने के निर्देश दिये गए है। वार्ड व विभागों में वायू प्रदूषण न फैले, इसलिए दरवाजे-खिड़कियां बंद रखने की सूचना दी गई है।
एलईडी का उपयोग करने की सलाह
पटाखों के कारण जख्मी मरीजों के औषधोपचार के लिए अतिदक्षता विभाग में 2, ट्रामा केयर सेंटर में 2 और आपत्ति व्यवस्थापन कक्ष में 5 बिस्तर आरक्षित रखने के लिए तैयारी करने को कहा गया है। यहा जरुरी मनुष्यबल समेत अन्य सभी सामग्री की व्यवस्था करने के निर्देश दिये गए है। जिन स्थानों पर लाइटिंग, आकाशदीप, बिजली आधारित दीपक आदि लगाए जाएंगे, वहां शार्ट सर्किट न हो इसलिए सावधानी बरतना जरुरी है। बिजली आधारित सामग्री का उपयोग करते समय वे कम वोल्टेज के होने चाहिए। अधिकतर एलईडी का उपयोग करने की सलाह दी गई है। मेडिकल परिसर में कहीं भी कचरे के ढेर ना रहे, इसलिए नियमित सफाई का निर्देश डॉ. गावंडे ने सभी संबंधित अधिकारी व प्रभारियों को दिया है।