Nagpur News: नागपुर जिले में भूमिगत होगी बिजली, लाइनों के लिए 313 करोड़ - जारी होंगे टेंडर

  • भूमिगत बिजली लाइनों के लिए 313 करोड़ से होगा काम
  • जारी होंगे 75 करोड़ के टेंडर
  • दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के लिए 46 करोड़ मंजूर

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-19 14:19 GMT

Nagpur News : शहरी और ग्रामीण इलाके सहित पूरे जिले में भूमिगत बिजली लाइनों और बिजली वितरण में सुधार के लिए महावितरण ने 238 करोड़ रुपए का वर्क ऑर्डर (कार्यादेश) दिया है। 75 करोड़ रुपए के कार्यों के लिए टेंडर जारी करने का निर्णय लिया है। महावितरण के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक लोकेश चंद्र ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र में बिजली की तारों को भूमिगत करने के लिए 46 करोड़ के काम को भी मंजूरी दी गई है। वे नागपुर में आयोजित प्रादेशिक विभाग की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। बैठक में महावितरण के निदेशक (परियोजनाएं) प्रसाद रेशमे, प्रादेशिक निदेशक परेश भागवत, कार्यकारी निदेशक (बुनियादी ढांचा/विशेष प्रकल्प) धनंजय ओंढेकर और मुख्य अभियंता दिलीप दोडके प्रमुखता से उपस्थित थे।

महावितरण के प्रबंध निदेशक लोकेश चंद्रा ने कहा कि नागपुर शहर और उसके आसपास आर्थिक कारोबार काफी हद तक बढ़ रहा है। इसके साथ ही शहर में नए निर्माण भी हो रहे हैं। बिजली की मांग भी बढ़ती जा रही है। महावितरण ने शहर में बेहतर गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति के लिए पावर ग्रिड मजबूत करने का काम शुरू किया है। नागपुर शहर में महल, कांग्रेस नगर, गांधीबाग, सिविल लाइन्स और बुटीबोरी के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में काटोल, सावनेर, मौदा और उमरेड को बेहतर गुणवत्ता वाली बिजली की आपूर्ति की जाएगी।

उन्होंने कहा कि दक्षिण पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र में बिजली की तारों को भूमिगत करने के लिए एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की गई थी। 46 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गयी है और टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गयी है। इस कार्य से घनी आबादी वाले इलाकों और दुर्घटना घटित होने वाले स्थानों पर खंभों पर लगे बिजली के तारों को भूमिगत किया जाएगा। इससे दुर्घटनाओं से बचने के साथ-साथ बिजली आपूर्ति भी बेहतर होगी। इसमें कांग्रेसनगर डिविजन में 21.75 करोड़ और महल डिविजन में 24.85 करोड़ का प्रस्ताव शामिल हैं।

नए कार्यों को दी मंजूरी

उन्होंने कहा कि हाल ही में महावितरण के निदेशक मंडल ने जिन कार्यों को मंजूरी दी है, उनमें नए कार्य भी शामिल हैं। शहर और इसके आसपास को वर्तमान में 132/33 केवी क्षमता के बेसा, पारडी, उप्पलवाड़ी, मनकापुर, खापरी, हिंगना 1 और हिंगना 2 अतिरिक्त हाई वोल्टेज सबस्टेशनों से बिजली की आपूर्ति की जाती है। बढ़ती मांग के कारण इन सबस्टेशनों पर क्षमता से अधिक लोड है। अतिरिक्त भार को कम करने तथा भविष्य की मांग को ध्यान में रखते हुए जाटतरोड़ी में 132/33 केवीए एक्स्ट्रा हाई वोल्टेज सबस्टेशन का कार्य अंतिम चरण में है। इसके अलावा 132/33 केवी लेंड्रा पार्क, 132/33 केवी मिहान पर नए अतिरिक्त उच्च दाब उपकेंद्र और 132/33 केवी बेसा, पारडी और मनकापुर उपकेंद्र पर 50-50 एमवीए के अतिरिक्त उपकेंद्र के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। .

95 करोड़ की टेंडर प्रक्रिया पूरी

महापारेषण द्वारा स्थापित उपकेन्द्र से अतिरिक्त 33 केवी नए फीडर के नेटवर्क को मजबूत करने हेतु 95 करोड़ रूपए की निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। इससे महापारेषण के अल्ट्रा हाई वोल्टेज उप्पलवाड़ी, अंबाझरी, जाटतरोड़ी और खापरखेड़ा सबस्टेशनों से नई 33 केवी लाइनें स्थापित की जाएंगी। इसके अलावा महाल विभाग में व्यवस्था को चालू करने के लिए 67.18 करोड़ के कार्यों को मंजूरी देकर टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इसमें 33/11 केवी बेसा, मानेवाड़ा और श्रीकृष्ण नगर सबस्टेशन शामिल हैं। साथ ही गांधीबाग डिवीजन के लिए 13.74 करोड़, कांग्रेसनगर डिवीजन के लिए 18.07 करोड़, सिविल लाइंस डिवीजन के लिए 11.23 करोड़ और बुटीबोरी डिवीजन के लिए 7.65 करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है और टेंडर प्रक्रिया प्रस्तावित है। इसमें 33/11 केवी मानकापुर उपकेंद्र और कलमना उपकेंद्र पर 10 एमवीए अतिरिक्त ट्रांसफार्मर शामिल है। नागपुर ग्रामीण में पावर ग्रिड को मजबूत करने के लिए 55 करोड़ रुपये का प्रस्ताव मंजूर किया गया है।

Tags:    

Similar News