Nagpur News: धम्म चक्र परिवर्तन दिवस पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान

  • बीपीएल और कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया
  • सिकल सेल से पीड़ित लोगों के निःशुल्क उपचार के लिए पूर्ण समर्पण के साथ कार्य किया

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-15 16:18 GMT

Nagpur News : धम्म चक्र परिवर्तन दिवस के मौके पर आयकर कर्मचारी महासंघ और एससी एसटी इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन ने सम्मान समारोह आयोजित किया। जिसमें मुख्य आयकर आयुक्त (पीसीसीआईटी) परमिंदर ने अतिथियों और सदस्यों का स्वागत किया। आपको बता दें परमिंदर 1988 बैच की आईआरएस अधिकारी नागपुर क्षेत्र के लिए आयकर विभाग की प्रधान मुख्य आयुक्त (पीसीसीआईटी) है। विभाग के भीतर विभिन्न महत्वपूर्ण और संवेदनशील पदों पर व्यापक अनुभव के साथ वे मुंबई में आयकर विभाग की मुख्य आयुक्त-5 के रूप में कार्य कर चुकी है। उनके करियर में राजस्थान, गुजरात, दिल्ली और मुंबई में उल्लेखनीय कार्य शामिल हैं।


कार्यक्रम के दौरान डॉक्टर उदय बोधनकर ने उन महिलाओं को सम्मानित किया, जिन्होंने बीपीएल और कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। इसमें विशेष रूप से सिकल सेल विकार से पीड़ितों के लिए काफी कार्य किया गया। जया संपत रामटेके के अपना पूरा जीवन पीड़ितों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया।


उनके अलावा मंगला चहांडे मानकर पिछले 25 वर्षों से बोधनकर चिल्ड्रन हॉस्पिटल में सिस्टर इंचार्ज के रूप में काम कर रही हैं, उन्होंने दो दशकों से अधिक समय से सिकल सेल से पीड़ित लोगों के निःशुल्क उपचार के लिए पूर्ण समर्पण के साथ कार्य कर चिकित्सा सेवाओं में योगदान दिया है।


मुख्य आयकर आयुक्त माननीय परमिंदर ने अभिनंदन सदस्यों का अभिवादन किया। इस मौके पर धनंजय धार्मिक, अनिल कुमार, अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. चन्द्रशेखर मेश्राम के अलावा COMHAD UK के कार्यकारी निदेशक डॉ. उदय बोधनकर खास तौर से उपस्थित थे। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के सलाहकार डॉ सुनील खापर्डे का आयकर कर्मचारी महासंघ द्वारा अभिनंदन किया गया था।


संक्रमण और तपेदिक से लड़ाई

इससे पहले 4 अक्टूबर को एक चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) कार्यक्रम, "इन्फ़ेक्ट ओ शील्ड" आयोजित किया गया था। जिसमें संक्रमण नियंत्रण और तपेदिक उन्मूलन पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस दौरान प्रख्यात वक्ताओं ने सभा को संबोधित किया। जिसमें डॉ. सुनील खापर्डे (सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, महामारी विज्ञानी), पेट्री वाउलो (सुरक्षित वायु विशेषज्ञ, जेनानो लिमिटेड, फ़िनलैंड) शामिल हुए और उन्होंने अपने अनुभव साझा किए। 

  1. चर्चा के दौरान जो मुख्य बिन्दू सामने आए, उनमें तपेदिक के इलाज को लेकर खास जानकारियां दी गई। 
  2. तपेदिक वैश्विक आबादी के 1/3 हिस्से को प्रभावित करता है, अगर इसका इलाज न किया जाए तो अव्यक्त टीबी संक्रमण सक्रिय टीबी रोग में बदल सकता है।
  3. 2025 तक टीबी को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) और प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान शामिल हैं।
  4. अस्पताल में होने वाले संक्रमण (HAI) को हाथों की स्वच्छता, नसबंदी और कीटाणुशोधन के माध्यम से कम किया जा सकता है।

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इस मौके पर डॉ. खापर्डे ने टीबी को नियंत्रित करने के लिए अव्यक्त टीबी संक्रमण के उपचार के महत्व पर जोर दिया। डॉ. बोधनकर ने अस्पताल में संक्रमण (एचएआई), उनके कारणों और रोकथाम रणनीतियों पर चर्चा की। वाउलो ने जेनानो की वायु शोधन तकनीक प्रस्तुत की, जिसमें संक्रमण को कम करने में इसकी प्रभावशीलता पर प्रकाश डाला गया।

कार्यक्रम में डॉ मंजूषा गिरी अध्यक्ष आईएमए, डॉ प्राजक्ता कडूसकर, सचिव आईएमए, डॉ आरजी पाटील, डॉ वैभव बानाईत, शामिल थे। कार्यक्रम का उद्देश्य संक्रमण की रोकथाम की रणनीति और HAI को कम करने और वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कोई उपाय तलाशना था।

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