फटकार: फेसबुक पर हो रही नायलॉन मांजा की बिक्री, कोर्ट ने लगाई फटकार, पहले भी दिया था अल्टीमेटम
- कल तक शपथ-पत्र दायर करने के आदेश
- नागपुर खंडपीठ ने नायलॉन मांजा प्रकरण में सुमोटो जनहित याचिका दायर की
- कंपनी को पत्राचार के माध्यम से बिक्री को तुरंत बंद करने कहा, फिर भी बेचा जा रहा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य में पाबंदी होने के बावजूद फेसबुक पर नायलॉन मांजा की बिक्री को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट के नागपुर खंडपीठ ने फेसबुक काे जमकर फटकार लगाई। साथ ही इस मामले में शुक्रवार 12 जनवरी तक शपथ दायर करने के आदेश दिए।
आरोपों पर दी सफाई: नागपुर खंडपीठ ने नायलॉन मांजा प्रकरण में सुमोटो जनहित याचिका दायर की है। मामले पर बुधवार को न्या. नितीन सांबरे और न्या. अभय मंत्री के समक्ष सुनवाई हुई। आर्थिक विभाग के पुलिस उपायुक्त अर्चित चांडक ने शपथ-पत्र दायर करते हुए कोर्ट को बताया कि फेसबुक \"मार्केट प्लेस' प्लेटफॉर्म के जरिए नायलॉन मांजा बेच रहे हैं। इस कंपनी को 5 और 6 जनवरी को पत्राचार के माध्यम से इस बिक्री को तुरंत बंद करने को कहा गया था। इसके जवाब में फेसबुक की ओर से दिल्ली से वर्चुअल माध्यम के जरिए मामले की पैरवी करते हुए वकीलों ने कोर्ट को बताया कि कौन सा मांजा नायलॉन है और कौन सा कॉटन, इसमें अंतर करना संभव नहीं है। इसलिए, फेसबुक निर्णय लेते समय भ्रमित हो रहा है। उन्होंने तर्क दिया कि इसके लिए हमे लिंक का विवरण उपलब्ध कराया जाना चाहिए। इस पर न्यायालय मित्र और अन्य पक्षकारों ने आपत्ति जताई। साथ ही कोर्ट ने वकील की बात को गंभीरता से लेते हुए मौखिक रूप फटकार लगाई। न्यायालय मित्र की तौर पर एड. देवेन चौहान, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से एड. एस. एस. सन्याल, फेसबुक की ओर से एड. तेजस कारिया, एड. अमेर राणा ने पैरवी की।
21 मामलों में 29 गिरफ्तार : पुलिस उपायुक्त के शपथ-पत्र के अनुसार, दिसंबर 2023 से 5 जनवरी तक शहर में नायलॉन मांजा बेचने वाले 21 मामलों में कार्रवाई करते हुए 29 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई में 32.48 लाख रुपए का सामान भी जब्त किया गया।
अमेजॉन, फ्लिपकार्ट को दिया था अल्टीमेटम : कोर्ट में पुलिस उपायुक्त अर्चित चांडक ने शपथ-पत्र दायर करते हुए कोर्ट को बताया कि राज्य में पाबंदी होने के बावजूद खुलेआम ऑनलाइन नायलॉन मांजा बेचने वाले इंडिया मार्ट, जीओ मार्ट, अमेजॉन, फ्लिपकार्ट को अल्टीमेटम देते हुए वेबसाइट से 24 घंटे में विज्ञापन हटाने को कहा गया था। नायलॉन मांजा बेचने का विज्ञापन नहीं हटाया गया तो उचित कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई थी। इसके चलते इंडिया मार्ट, फ्लिपकार्ट, जस्ट डायल ने ऑनलाइन मांजा न बचने को लेकर आश्वस्त किया है।