नागपुर: लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से मनपा करवाएगी 4,46 सार्वजनिक कुओं की साफ-सफाई

  • सार्वजनिक कुओं को लेकर अदालत की फटकार के बाद जागे
  • मनपा प्रशासन ने 446 कुओं की साफ-सफाई का निर्णय लिया
  • जलप्रदाय विभाग के पास 713 और स्वास्थ्य विभाग के पास 134 कुओं के प्रबंधन की जिम्मेदारी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-06 14:45 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सार्वजनिक कुओं को लेकर अदालत की फटकार के बाद मनपा प्रशासन ने 446 कुओं की साफ-सफाई का निर्णय लिया है। इस काम को अंजाम देने के लिए 1 करोड़, 52 लाख रुपए निधि का प्रावधान है। मनपा सार्वजनिक स्वास्थ्य और अभियांत्रिकी विभाग अधीक्षक अभियंता डॉ. श्वेता बैनर्जी ने बताया कि शहर में 860 सार्वजनिक कुएं है। उनका प्रबंधन जलप्रदाय विभाग और स्वास्थ्य विभाग करता है। जलप्रदाय विभाग के पास 713 और स्वास्थ्य विभाग के पास 134 कुओं के प्रबंधन की जिम्मेदारी है। 13 कुएं सूख चुके हैं। उन्हें जीएसडीए के सहयोग से पुनर्जीवित किया जाएगा।

मनपा का दावा

कुओं की स्वच्छता को लेकर अदालत में पेश किए हलफनामे में मनपा ने दावा किया है कि जलप्रदाय विभाग के 713 कुओं में से साल 2019 में 212, साल 2020 में 54, साल 2021 में 79, साल 2022 में 85, साल 2023 में 183 कुओं की स्वच्छता की गई है। मनपा आयुक्त के निर्देश अनुसार 3 साल में कुओं की स्वच्छता की जाती है। 446 कुओं की स्वच्छता होनी बाकी है। जल्द ही कुओं की स्वच्छता का काम शुरू किया जाएगा।

इसलिए अदालत ने लगाई फटकार

शहर में कुओं की खस्ताहाल को लेकर अदालत में याचिका दायर करने पर कुछ कुओं का गप्पी मछली पालन के लिए उपयोग करने की जानकारी दी गई थी। जबकि वह कुएं बरसों पहले पूरी तरह बुझ चुके हैं। मनपा की घोर लापरवाही पर अदालत ने फटकार लगाई। जो कुएं बरकरार हैं, उनके कचरा भरा रहने से पानी उपयोग में नहीं आ रहा है। उसकी स्वच्छता करने के मनपा को निर्देश दिए। अदालत में मनपा ने कुओं में भरा कचरा निकालकर स्वच्छ करने की हामी भरी।

अदालत के आदेश का पालन करते हुए 446 कुओं की स्वच्छता के लिए 1 करोड़, 52 लाख रुपए निधि का प्रावधान कर स्वच्छता करने का निर्णय लिया गया। अधीक्षक अभियंता के अनुसार जल्द ही कुओं की स्वच्छता के काम की शुरुआत की जाएगी। जलसंकट में इन कुओं का पानी उपयोग में आने पर नागरिकों को जलसंकट से कुछ हर तक राहत मिलने की उम्मीद जागी है।

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