परेशान किसान: आपदा प्रभावित 3,756 किसानों की 3 करोड़ 58 लाख से ज्यादा की सहायता अटकी
- ई- केवाईसी नहीं करने का नतीजा
- 3756 किसानों की ई केवाईसी नहीं
- 3 करोड़ 58 लाख 93 हजार 341 रुपए की सहायता राशि प्रभावित
डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्राकृतिक आपदा से बर्बाद हुई फसल पर प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता देने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है। जिले में अभी भी 3756 किसानों की ई केवाईसी नहीं होने से 3 करोड़ 58 लाख 93 हजार 341 रुपए की सहायता राशि प्रभावित किसानों के बैंक खाते में नहीं पहुंच सकी है। अतिवृष्टि, सूखा व बेमौसम बारिश से किसानों की फसलों का समय-समय नुकसान हुआ है। सरकार ने प्रभावित किसानों के बैंक खाते में सीधे सहायता राशि डालने का निर्णय लिया है। महाआईटी के माध्यम से प्रत्यक्ष लाभार्थी हस्तांतरण प्रणाली के माध्यम से सहायता वितरित करने का निर्णय लिया है। तदनुसार, महाआईटी के माध्यम से एक कम्प्यूटरीकृत प्रणाली विकसित की गई है और इस प्रणाली के माध्यम से किसानों के बैंक खातों में सीधे निधि वितरित की जा रही है। सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी सीधे लाभार्थी के आधार लिंक बैंक खाते में जमा की जाती है। जिले में बैंक खाता आधार से लिंक नहीं करनेवाले 3756 किसान है, जो पात्र होने के बावजूद सहायता राशि प्राप्त नहीं कर सके हैं।
सरकार ने 31 जुलाई तक ई केवाइसी की डेडलाइन दी है। जिलाधीश डॉ. विपीन इटनकर ने किसानों से 31 जुलाई तक ई-केवाईसी करने की अपील की है। नजदीकी सेवा केंद्र में जाकर ई केवाईसी करना है। 31 जुलाई तक ई केवाईसी नहीं कराने वाले पात्र किसानों को इसके बाद फसल नुकसान का अनुदान नहीं मिलेगा।
सबसे ज्यादा मौदा में
जिले में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सबसे ज्यादा किसान मौदा से है। मौदा में 1403 किसानांे ने अभी भी ई केवाईसी नहीं किया है। जिले में सबसे कम संख्या नरखेड की है, जहां 14 किसानों ने ई केवाईसी नहीं किया है।
तहसील किसान
नागपुर (ग्रा) 107
हिंगणा 98
मौदा 1403
कामठी 229
सावनेर 149
कलमेश्वर 239
काटोल 468
नरखेड 14
रामटेक 135
पारशिवनी 74
उमरेड 60
कुही 780
कुल 3756