मानसून का काम सुस्त, 4 माह में 16.17 किमी क्षेत्र में नदी-नालों की सफाई
- 49.17 किमी क्षेत्र में सफाई का लक्ष्य इस हिसाब से लगेंगे कम से कम 12 महीने और तब तक बरसात भी जा चुकी होगी
- नदियों का गहराईकरण और भीतर तक सफाई का लक्ष्य
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में 23 सितंबर को अंबाझरी ओवरफ्लो के चलते बाढ़ की स्थिति बनी थी। तब महानगरपालिका प्रशासन ने इस साल प्रभावी उपाय योजना और नदी-नाला सफाई अभियान को गंभीरतापूर्वक पूरा करने का दावा किया था। एेसे में शहर में तीन प्रमुख नदियों और नालों की सफाई के लिए 6 नई पोकलेन को भी शामिल कर 1 जनवरी से सफाई अभियान आरंभ किया गया, पर्याप्त संसाधनों के साथ अधिकारियों को जिम्मेदारी देकर पैकेज अनुसार सफाई निर्धारित किया गया, लेकिन चार माह बीत जाने के बाद तीन नदियों के 49.17 किमी के इलाके में से अब तक 16.17 किमी की ही सफाई हुई है।
अभियान पर सवाल
सफाई अभियान के लिए मनपा प्रशासन ने पोकलेन, टिप्पर जेसीबी मुहैया कराने के साथ जोन के कार्यकारी अभियंता को जिम्मेदारी दी है, लेकिन शहर में संभावित आपदाग्रस्त इलाकों में अब भी सफाई अभियान बेहद सुस्त नजर आ रहा है। धंतोली जोन कार्यालय परिसर समेत अब भी नाग नदी के हिस्से, नरेन्द्र नगर के समीप नालों की स्थिति को देखकर स्वच्छता अभियान की गंभीरता पर प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं। नरेन्द्र नगर पुल के समीप दुरूस्ती का हवाला देते हुए सफाई नहीं हो पा रही है। पिछले कई सालों से दोनो इलाकों में बरसात में जलजमाव होने की संभावना रहती है।
अधिकारियों का दावा-जिम्मेदारी के साथ काम जारी : अब तक तीनों नदियों से करीब 67115 मीटर क्यूब मलबा निकाला जा चुका है। शहर में 227 नालो ंमें से अधिकतर की सफाई को पूरा कर लिया गया है, लेकिन नदियों के काम में अब भी मंद गति से काम चल रहा है। कई संभावित जलमग्न इलाकों के लिए भी गंभीरता से सफाई नहीं हो रही है। हालांकि आला अधिकारियों का दावा है कि बेहद जिम्मेदारी के साथ नदियों और नालों की सफाई की जा रही है।
नदियों के स्ट्रेच में 16.17 किमी की अब तक सफाई : शहर में तीनों नदियों के 49.17 किमी के कुल क्षेत्र में से अब तक 16.17 किमी में ही सफाई हो पाई है। आंकड़ों के मुताबिक कुल क्षेत्र का महज 32.67 फीसदी हिस्सा साफ हो गया है। चार माह में अभियान की मंद गति को लेकर मनपा प्रशासन के आला अधिकारी भी परेशान हैं।
नदियों का गहराईकरण और भीतर तक सफाई का लक्ष्य
राजीव गायकवाड़, मुख्य अभियंता, मनपा के मुताबिक शहर में तीनों नदियों की सफाई के साथ ही गहराईकरण को भी पूरा किया जा रहा है। नदियों के गहराईकरण, मलबा हटाने के साथ ही दोनों किनारों के हिस्सों को भी शामिल किया गया है। बड़े रूप में काम जारी होने के चलते काम में देरी हो रही है। बरसात के दौरान जलप्रवाह को सुचारू रूप से निर्गमित होने पर सफाई अभियान दिखाई देगा। अब तक तीनों नदियों से करीब 67115 मीटर क्यूब मलबा निकाला गया है। इस मलबे को भांडेवाड़ी समेत निचले हिस्सों में डाला जा रहा है।
नाग नदी : अंबाझरी तालाब से पंचशील चौक, पंचशील चौक से अशोक चौक, अशोक चौक से सेंट जेवियर स्कूल, सेंट जेवियर स्कूल से पारडी उड़ान पुल (भंडारा रोड), पारडी उड़ान पुल से पूनापूर (भरतवाडा में नाग एवं पीली नदी संगम) 4.37 किमी क्षेत्र में सफाई।
पीली नदी : गोरेवाडा तालाब से मानकापूर दहनघाट, मानकापूर दहन घाट से कामठी रोड पुल, कामठी रोड पुल से पुरानी कामठी रोड पुल, पुरानी कामठी रोड पुल से पूनापूर (भरतवाड़ा-नाग एवं पीली नदी संगम) 8.80 किमी क्षेत्र में सफाई।
पोहरा नदी : सहकार नगर से नरेंद्र नगर पूल, बेलतरोड़ी से पिपला फाटा, पिपला फाटा से नरसाला विहिरगांव 2.90 किमी क्षेत्र में सफाई।