पुलिस आयुक्तालय: बीमार पुलिस जवानों के मंगाए मेडिकल दस्तावेज, किसी को ब्लड शुगर तो कोई किडनी की बीमारी से पीड़ित

  • कोई ब्लड शुगर तो कोई किडनी की बीमारी से पीड़ित
  • पुलिस आयुक्तालय ने जवानों के मंगाए मेडिकल दस्तावेज
  • स्वस्थ पुलिसकर्मी भी परेशान

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-31 15:31 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगर के पुलिस विभाग में कार्यरत कई पुलिस जवान कोई न कोई बीमारी से पीड़ित हैं। इसके बावजूद उनकी ऐसी जगह पर तैनाती है, जहां पर उन्हें अचानक तबीयत खराब होने पर वैद्यकीय सेवा मिल पाना कई बार मुश्किल हो जाता है। इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस आयुक्तालय ने उन महिला व पुरुष जवानों के मेडिकल दस्तावेज संबंधित पुलिस विभाग के अधिकारियों से मंगवाए हैं, जो किसी न किसी बीमारी से पीड़ित हैं।

सीपी ने दिखाई तत्परता

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शहर के कुछ थानों में कार्यरत पुलिस जवानों में से किसी को ब्लड शुगर तो किसी को बीपी की शिकायत है। कुछ कर्मचारी तो गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। शहर पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल ने इस मुद्दे पर तत्परता दिखाई है।

स्वस्थ पुलिसकर्मी इस कारण परेशान

गौरतलब है कि शहर पुलिस अस्पताल के प्रमुख डॉ. संदीप शिंदे की निगरानी में कई पीड़ित पुलिस कर्मियों का उपचार शुरू है, उन्हें दवाइयां भी समय-समय पर लेनी पड़ती है। शहर पुलिस महकमे में कार्यरत पुलिसकर्मियों को उम्मीद है कि उन्हें बीमारी के चलते थोड़ी राहत मिल सकती है। वहीं, स्वस्थ अधिकारी जो लंबे समय से पुलिस मुख्यालय में तैनात हैं, उन्हें डर सताने लगा है कि कहीं उनका आराम न छीन जाए। उन्हें पुलिस मुख्यालय से थाने जाने की नौबत आ सकती है। पुलिस मुख्यालय में कार्यरत कुछ जांबाज पुलिसकर्मी भी जनरल तबादले की राह देख रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस बार उन्हें कम से कम पुलिस मुख्यालय से बाहर निकलकर दूसरी जगह काम करने का मौका मिल सकेगा।

शहर पुलिस महकमे में विविध विभागों में कार्यरत 13 पुलिस जवानों को चिकनगुनिया होने की जानकारी मिली है। इन पुलिसकर्मियों का उपचार शुरू है। पुलिस अस्पताल के प्रमुख डॉ. संदीप शिंदे ने सीताबर्डी, रघुजीनगर, गिट्टीखदान, लकड़गंज सहित अन्य पुलिस क्वार्टरों के अलावा पुलिस मुख्यालय का निरीक्षण किया। दवाइयों का छिड़काव कराया गया। उन्होंने क्वार्टरों में रहने वाले पुलिस परिवारों से गुजारिश की है कि वह अपने आस- पास कहीं पर भी पानी जमा होने न दें। कूलर, टायर, पुराने मटके या बर्तनों में जमा पानी निकाल दें। इन जगहों पर जमा पानी से मच्छर और लार्वा पैदा हो रहे हैं, जो चिकनगुनिया जैसी बीमारी का कारण बन रहे हैं। उन्होंने चिकनगुनिया पीड़ित पुलिसकर्मियों से समय पर दवाइयां लेने और आराम करने की सलाह दी है।

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