गांव में थी दहशत: घर में घुसकर महिलाओं के कपड़े फाड़ने वाला पकड़ाया, पिटाई कर पुलिस को सौंपा
- दस-पंद्रह दिन से गांव में थी दहशत
- बस्ती के युवकों ने पिटाई कर पुलिस को सौंपा
डिजिटल डेस्क, नागपुर. एक सिरफिरे को बीती रात डिगडोहवासियों ने दबोच लिया और धुनाई कर उसे एमआईडीसी पुलिस को सौंप दिया। आरोपी ने दस-पंद्रह दिनों से गांव में दहशत फैला रखी थी। वह रात को किसी भी घर में घुसकर महिलाओं से छेड़छाड़ कर उनके कपड़ फाड़ देता था। शनिवार को अदालत में पेश किया गया।
दस-पंद्रह दिन से गांव में थी दहशत
आरोपी संतोषकुमार दास (26), मूलत: बिहार के सिंधरा टोला, वर्तमान में एमआईडीसी क्षेत्र निवासी है। कुछ माह पहले वह नागपुर आया। महेश उद्योग नामक कारखाने में काम करता था और वहीं पर रहता है। पिछले दस-पंद्रह दिनों से वह रात को कमरे में निकलता और समीप के डिगडोह गांव में घुस जाता था और जो दरवाजा आसानी खुलता, उस घर में घुसने के बाद महिला को अकेली देखकर उससे छेड़छाड़ करता और उसके कपड़े फाड़ देता था। इससे गांव में दहशत का माहौल था। 15 अप्रैल की रात आरोपी सुलोचना मेश्राम नामक महिला के घर में घुसा। उस पर हमला किया। उसकी नाती की नींद खुलने पर उसने शोर-शराबा किया, तो भाग गया। 19 अप्रैल को निकेश चौधरी नामक व्यक्ति के घर में सुरक्षा दीवार फांदकर घुसा और बाथरूम में रखे उसकी पत्नी के कपड़े फाड़ दिए।
पश्चात हरिहर निखाड़े नामक व्यक्ति के घर में घुसा। अलमारी खुलने की आवाज सुनकर हरिहर की पत्नी मंदा जाग कई। शोर मचाने पर आरोपी भाग गया। इस वाकये के बाद बस्ती के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। गांव के लोगों की मीटिंग हुई। बस्ती के युवाओं ने रात में गश्त लगाना शुरू किया। शुक्रवार को रात 2 बजे आरोपी किसी मकान में घुसने का प्रयास किया, तो युवाओं ने पीछा कर उसे दबोच लिया। पिटाई करने के बाद उसे पुलिस को सौंप दिया। आरोपी पकड़े जाने पर गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है।