एहतियात: शीत सत्र के दौरान खुदाई पर रोक लगाई
- भूमिगत केबल डैमेज होने से बिजली गुल होने का खतरा
- महावितरण ने कहा-आपात स्थिति में पहले सूचना दें
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महावितरण ने नागपुर में 7 दिसंबर से शुरू होने जा रहे शीत सत्र के दौरान खुदाई नहीं करने को कहा है। महावितरण का यह फरमान शीत सत्र के दौरान शासकीय एजेंसी, संस्था, ठेकेदार सहित सभी के लिए लागू रहेगा। खुदाई करने से भूमिगत केबल डैमेज होकर बिजली गुल होने का खतरा बना रहता है। अगर किसी एजेंसी को विकास कार्य के लिए या आपात स्थिति में जमीन की खुदाई करना जरूरी है, तो इसकी पूर्व सूचना महावितरण को देनी होगी। महावितरण की पहली प्राथमिकता शीत सत्र के दौरान बिजली आपूर्ति अखंडित व सुचारू रखना है। महावितरण ने विशेषकर सिविल लाइन्स जहां वीवीआईपी ठहरेंगे, उस इलाके में वैकल्पिक लाइन की भी व्यवस्था की है। अगर तकनीकी कारणों या लोड बढ़ने से बिजली गुल हुई तो तुरंत दूसरी लाइन से बिजली आपूर्ति की जाएगा।
बिजली व्यवस्था और बुनियादी ढांचे का रख-रखाव : नागपुर शहर में मेट्रो, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, जल आपूर्ति, मनपा, दूरसंचार विभाग, निजी इंटरनेट और केबल टीवी कंपनियों जैसे कई विभागों के माध्यम से बड़े पैमाने पर विकास कार्य चल रहे हैं और इसके लिए खुदाई भी की जा रही है। खुदाई के कारण, महावितरण की भूमिगत बिजली वितरण प्रणाली को काफी हद तक नुकसान होता है। शीतकालीन सत्र के दौरान वीवीआईपी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित न हो इसके लिए महावितरण की ओर से यहां वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। एक लाइन में खराबी आने पर दूसरी लाइन से बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की गई है। बिजली आपूर्ति सुचारु रखने के साथ ही कर्मचारी 24 घंटे काम करेंगे। विधानमंडल, जीरो माइल्स, राजभवन, रामगिरि, देवगिरि, रवि भवन, नाग भवन, विधायक निवास, न्यू हैदराबाद हाउस, मुख्यमंत्री सचिवालय और 160 कमरों वाले वीवीआईपी परिसर में सुचारू बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बिजली व्यवस्था और बुनियादी ढांचे का रख-रखाव पूरा कर लिया गया है।