आंकड़े: बाघों के हमले में महाराष्ट्र में हो रही सबसे ज्यादा मौतें
- 5 साल में देश में 302 लोग हो चुके हैं बाघ के शिकार
- बाघों के हमले में महाराष्ट्र अव्वल
- हो रही सबसे ज्यादा मौतें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. आज जैसे-जैसे इंसानी आबादी बढ़ रही है और जीवों के प्राकृतिक आवास सिकुड़ते जा रहे हैं, उसका असर इंसान और जानवरों के संबंधों पर भी पड़ रहा है। इंसान और जानवरों के बीच बढ़ते टकराव का परिणाम है कि पिछले 5 वर्षों (2018-2022) के दौरान बाघ के हमले में 302 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। विशेष यह कि वर्ष-दर-वर्ष बाघों के हमले में मारे जाने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है और सबसे ज्यादा जानें महाराष्ट्र में गई हैं।
केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने सोमवार को लोकसभा में बताया कि वर्ष 2022 में बाघों के हमले में कुल 112 लोगों को जानें गई हैं। इसमें सबसे ज्यादा 85 लोगों की जान महाराष्ट्र में गई है। उन्होंने बताया कि बाघों के हमले में वर्ष 2018 में कुल 31 लोगों की जान गई थी और बाद के वर्षों में यह आंकड़ा बढ़ते गया है। पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के मुताबिक बाघ के हमले में वर्ष 2019 में 49, 2020 में 51, 2021 में 59 और 2022 में 112 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। बाघों के आक्रमण से मरने वालों की सबसे ज्यादा संख्या महाराष्ट्र में रही है। पिछले पांच वर्षों के दौरान राज्य मंे 170 लोगों की जान बाघों के हमले के चलते गई है। वर्ष 2022 में बाघों ने केवल महाराष्ट्र में 85 लोगों की जान ली थी तो उत्तरप्रदेश और बिहार में यह आंकड़ा क्रमश: 11 और 9 का रहा है।
कुछ राज्यों में बाघ के हमलों से हुई मानव हानि
वर्ष 2018 2019 2020 2021 2022
महाराष्ट्र 02 26 25 32 85
उत्तरप्रदेश 05 08 04 11 11
मध्यप्रदेश 02 01 11 02 02
बिहार 00 00 01 04 09