रिश्वत कांड: खुद रहते किराए के मकान में लेकिन बडे़ शहरों में हैं 3 फ्लैट
- पेसो के चीफ कंट्रोलर का रिश्वत कांड
- खुद किराए के घर में रह रहे हैं
- दूसरे बडे़ शहरों में इनके पास हैं 3 फ्लैट
डिजिटल डेस्क, नागपुर। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने रिश्वत कांड के मामले में पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी आर्गनाइजेशन (पेसो) के चीफ कंट्रोलर पी. कुमार को पूछताछ के बाद छोड़ दिया। तलाशी के दौरान घर से 5 लाख 86 हजार नकद व तीन फ्लैट होने के दस्तावेज मिले हैं।
सीबीआई ने पेसो के चीफ कंट्रोलर पी. कुमार से शुक्रवार को पूछताछ की। लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया व इसके लिए लगने वाले जरूरी दस्तावेजों के बारे में सवाल किए। बिचौलिए प्रियदर्शन देशपांडे से संबंध व डायरी में नाम होने के बारे में भी पूछताछ की। चीफ कंट्रोलर ने बुलाने पर हाजिर होने की हामी भरी। पूछताछ के बाद चीफ कंट्रोलर को जाने दिया गया।
बैंक खातों को भी खंगाला जा रहा
इधर सीबीआई की टीम ने हजारी पहाड़ स्थित चीफ कंट्रोलर के घर की तलाशी ली। यहां तीन फ्लैट के दस्तावेज मिले। ये फ्लैट पनवेल, गाजियाबाद व मेरठ में है। मूलत: मेरठ के पी. कुमार नागपुर में किराए के मकान में रहते है। इनके बैंक खातों को भी खंगाला जा रहा है। सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के बाद चीफ कंट्रोलर को जाने दिया गया। जरूरत पड़ने पर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। पेसो के अन्य कर्मचारी व अधिकारियों को भी दफ्तर बुलाकर पूछताछ की जाएगी। सीबीआई के उपमहानिरीक्षक एम. एस. खान के मार्गदर्शन में जांच जारी है।
4 आरोपियों का एमसीआर
सीबीआई ने रिश्वत कांड के सभी चार आरोपियों को शनिवार को विशेष कोर्ट में पेश कर पीसीआर बढ़ाने की मांग की। कोर्ट ने सभी चार आरोपियों को एमसीआर के तहत जेल भेज दिया। सीबीआई ने राजस्थान स्थित भीलवाड़ा के देवी सिंह कछवाह (60) से 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए बिचौलिए प्रियदर्शन दिनकर देशपांडे को गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने रिश्वत देने वाले देवी सिंह के अलावा पेसो के उपमुख्य नियंत्रक विवेक कुमार व अशोक कुमार दलेला को भी गिरफ्तार किया था। आरोपियों से दो करोड़ से अधिक कैश व सोने के बिस्कुट समेत सवा दो करोड़ का माल जब्त किया था।