टार्च जलाकर करना पड़ रहा अंतिम संस्कार

  • कचरे के दलदल में गिर रहे मवेशी
  • मनसे ने दी आंदोलन की चेतावनी
  • धीमी गति से सौंदर्यीकरण

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-07 13:51 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. बेसा नगरपंचायत के अधीन आनेवाले पिपला -घोगली मोक्षधाम में नागरिकों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कचरे का ढेर और मवेशियों की आवाजाही से पहले ही नागरिक परेशान थे कि अब लाइट की समस्या शुरू हो गई है। श्मशान घाट पर बैठने की व्यवस्था तो दूर खड़े रहने के लिए भी लोगों को नाक पर रुमाल रखना पड़ रहा है। जब परिजनों को मोबाइल टार्च जलाकर घर के सदस्य को मुखाग्नि देनी पड़ रही है। शाम करीब 6 बजे घोगली में रहनेवाले एक व्यक्ति का जब उसके परिवाल वाले अंतिम संसकार करने घाट पहुंचे तब परिसर में घना अंधेरा देखकर लोगों ने मोबाइल टार्च जलाई और अंत्यविधि पूरी की ।

धीमी गति से सौंदर्यीकरण : बेसा नगरपंचायत को जब तक डंपिंग यार्ड की जगह मिल पाए तब तक पूरा कचरा घाट में ही उसे जलाया जा रहा है। जिसके लिए गहरा गड्‌ढा बनाया गया है। बारिश के चलते उसमें पानी जमा हो जाने के चलते दलदल बन चुका है। जिसमें फिसलकर मवेशी गिर रहे हैं। उनको बाहर निकालने के लिए जेसीबी की मद्द ली जा रही है। नगरपंचायत को बेसा के दोनों घाट के लिए 2 करोड़ की राशि मिल चुकी है। जिसके बाद भी काम की गति तेज नहीं हो पाई है। बेसा के श्मशान घाट में कीचड़ ही कीचड़ फैली हुई है, लोग गंदगी में चलने को मजबूर हैं। नगरपंचायत ने इतनी बरसात में एक बार भी ना तो यहां गिट्टी डलवाई है और ना ही यहां की सड़क को कभी बनाने की जहमत उठाई है। मनसे कार्यकर्ता पिंटू बिसेन, उमेश कलम्बे, भोजराज भोयर, संदीप मरस्कोहले, आकाश नागपुरे, पंकज रिठे , बादल शिंगणे, अतुल जाधव, विक्की इनवाते, तेजस भोयर और महिला मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा जल्द से जल्द घाट का काम पूरा किए जाने का बेसा प्रशासक को निवेदन दिया है, वरना मनसे स्टाइल में आंदोलन की चेतावनी दी है।

Tags:    

Similar News