धोखाधड़ी: नौकरी का झांसा देकर लाखों डकारे, दोस्त ने ही दिया लगाया दिव्यांग को चूना

  • पढ़ाई के दौरान हुई थी पहचान
  • दोस्त ने ही दिया लगाया दिव्यांग को चूना
  • रकम मांगने पर हुआ विवाद

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-07 15:20 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. सरकारी अस्पताल में नौकरी दिलाने का झांसा देकर व्यक्ति को उसके मित्र ने ही लाखों रुपए से ठग लिया है। घटित प्रकरण के उजागर होने से आरोपी दोस्त के खिलाफ कपील नगर थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। हालांकि संभावित स्थानों पर पुलिस तलाश रही है लेकिन आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला है।

मलेरिया विभाग में नौकरी लगाने का आश्वासन

नारी रोड गायकवाड़ ले-आउट निवासी आशीष अशोक पांचभावे (31 ) दिव्यांग व्यक्ति है। वर्ष 2010 से 2012 में कॉलेज में पढ़ाई करते वक्त उसकी पहचान भागवत नामदेव पनवते (37 ) नागपुर जिला कलमेश्वर तहसील अंतर्गत ब्राम्हनी धापेवाड़ा निवासी से ही हो गई। इससे उनमें मित्रता हो गई। पढ़ाई खत्म होने के बाद ऐसे ही एक बार भागवत आशीष के घर आया था। इस दौरान उसने आशीष को अमरावती के सरकारी अस्पताल के एम.पी.डब्ल्यू. मलेरिया विभाग में नौकरी लगाने का आश्वासन दिया था। कहा था कि उसकी विभाग के बड़े लोगों से पहचान है। इस कारण वह आसानी से उसे नौकरी लगा सकता है, परंतु उसके लिए खर्चा लगने की बात बताई थी।

रकम मांगने पर हुआ विवाद

सरकारी नौकरी होने से आशीष और उसके घर वाले इसके लिए तैयारी हो गए। उन्होंने 11 सितंबर 2022 से 10 जून 2024 के बीच में भागवत को नकद और ऑन लाइन कुल 10 लाख 82 हजार 500 रुपए दिए, लेकिन लाखों की रकम देने के बाद भी आशीष को सरकारी नौकरी नहीं मिली। बात करने पर वह टालमटोल जवाब देने लगा था। इससे आशीष और उसके घर वालों को ठगे जाने का एहसास हो गया। जब उन्होंने अपनी रकम वापस मांगी तो रकम वापस करने में भी आनाकानी कर रहा था। कई बार उनमें विवाद हुआ। अंतत: मामला थाने पहुंचा। जांच-पड़ताल के दौरान घटित प्रकरण की पुष्टि हाेने से भागवत के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। प्रकरण दर्ज होने की भनक लगते ही वह भूमिगत हो गया। उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके होने के संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है, लेकिन अभी तक वह पुलिस के हाथ नहीं लगा है।

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