परेशानी का सबब: वरिष्ठ सहायक लेखाधिकारी के अभाव में लाड़ली बेटियाें को नहीं मिली आर्थिक सहायता
- अनुदान महिला व बाल कल्याण विभाग के पास जमा
- बैंक खाते में डालनेवाला कोई नहीं
- बेटियाें को नहीं मिली आर्थिक सहायता
- उम्र के 18 साल तक 1 लाख आर्थिक लाभ
डिजिटल डेस्क, नागपुर। लड़कियों की जन्मदर बढ़ाने, कुपोषण पर नियंत्रण कर मृत्युदर घटाने के साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देकर सरकार ने लड़कियों भी योजना चलाई, लेकिन योजना की हकीकत कुछ और ही बयान हो रही है। उन्हें शिक्षा में आगे बढ़ाने के लिए लाडली बेटी योजना लाकर उम्र के 18 वर्ष पूरे होने तक 1 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। इस योजना की पहली किश्त का अनुदान जिला परिषद के महिला व बाल कल्याण विभाग के खाते में जमा हो गया। लाभार्थियों के बैंक खाते में रकम जमा करने के लिए जिप के महिला व बाल विकास विभाग में वरिष्ठ सहायक लेखा अधिकारी के अभाव में लाडली बेटियों को आर्थिक सहायता का वितरण लड़खड़ा गया है। महीनेभर से सहायक लेखा अधिकारी का पद रिक्त हैं।
1 अप्रैल से लाडली बेटी योजना कार्यान्वित
राज्य सरकार ने 1 अप्रैल से लाडली बेटी योजना कार्यान्वित की है। जिला परिषद के महिला व बाल विकास विभाग पर योजना के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी है। योजना के पात्र लाभार्थियों को सीधे उनके बैंक खाते में अनुदान जमा किया जाता है। पहली किश्त 5 हजार रुपए दी जानी है। 318 लाभार्थियों के बैंक खाते में रकम जमा की गई। 600 लाभार्थियों के बैंक खाते में रकम जमा होनी है। अनुदान बैंक खाते में जमा करने के लिए विभाग में वरिष्ठ सहायक लेखा अधिकारी नहीं है। महीने भर से यह पद रिक्त रहने के चलते लाभार्थी के बैंक खाते में रकम जमा नहीं हो पाने की सूत्रों ने जानकारी दी। रिक्त पद का किसी अन्य को अतिरिक्त प्रभार नहीं दिया गया। उनकी जगह दूसरे कर्मचारी की नियुक्ति भी नहीं किए जाने से लाड़ली बेटियां योजना की पहली किश्त से वंचित है।
योजना के लिए पात्रता
1 अप्रैल 2023 के बाद जन्मी लड़कियां इस योजना के लिए पात्र हैं। जिन्हें एक या दोनों लड़कियां है, दोनो योजना का लाभ ले सकती है। जिन्हें एक लड़का, एक लड़की है। लड़की लाभ के लिए पात्र है। ग्रामीण क्षेत्र में लाभार्थी के पड़ताल की जिम्मेदारी आंगनवाड़ी सेविका, पर्यवेक्षिका तथा शहरी क्षेत्र में मुख्य सेविका के कंधों पर डाली गई है।
जिप को 50 लाख अनुदान प्राप्त
लाडली बेटी योजना की अनुदान राशि 50 लाख रुपए जिला परिषद के महिला व बाल विकास विभाग को प्राप्त हुई है। लाभार्थियों को पहली किश्त अदा करने के लिए यह अनुदान दिया गया है। प्रति लाभार्थी 5 हजार रुपए दिए जाने हैं। प्राप्त रकम से 1 हजार लाभार्थियों को पहली किश्त अदा करने का नियोजन है।
उम्र के 18 साल तक 1 लाख आर्थिक लाभ
इस योजना का लाभ पीला अथवा केशरी राशनकार्डधारक परिवार के लड़कियों को दिया जाएगा। जन्म होने पर टीकाकरण के बाद पहली किश्त 5 हजार रुपए, लड़की का पहली कक्षा में दाखिला होने पर दूसरी किश्त 6 हजार रुपए, छठीं कक्षा में जाने पर 7 हजार रुपए, 11वीं कक्षा में जाने पर 8 हजार रुपए और लाभार्थी की उम्र 18 साल पूरी होने पर 75 हजार रुपए कुल 1 लाख 1 हजार रुपए आर्थिक लाभ दिया जाएगा।