ऐसे कटी आफत की रात: जब पानी में डूबी ऑरेंज सिटी, चार जानें गई - परिजन को 4-4 लाख की मदद, गडकरी और फडणवीस की थी हालात पर पैनी नजर

  • कड़कड़ाती बिजली, रात भर डराता रहा आसमान
  • 8 घंटे बस की छत पर फंसे रहे एसटी बस के कर्मचारी
  • छत पर फंसे थे मां-बेटे, पुलिस ने बचाई जान

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-24 11:47 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शुक्रवार की वो रात, जिसे लंबे समय तक भूलना आसान नहीं होगा, जब आधी रात के बाद करीब 4 घंटे हुई मूसलाधार बारिश शहर के निचले इलाकों व नदी-नालों के समीप रहने वालों के लिए आफत बनकर आई। एनडीआरएफ व सेना के जवानों ने अनेक लोगों की जान बचाई। सैकड़ों की संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इस आपदा में 4 लोगों की मौत हो गई। एयरपोर्ट इलाके में 119.5 मिमी ( करीब 4.70 इंच) बारिश दर्ज की गई। 


प्लेटफार्म पर उतरी नदी

रेलवे स्टेशन पर जीआरपी, आरपीएफ थानों से लेकर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 व 2 की पटरियां पूरी तरह से डूब गईं। थी। इस लाइन पर आने-जाने वाली गाड़ियां प्रभावित हुईं। 10 गाड़ियों को 3 से 8 नंबर प्लेटफार्म पर डायवर्ट किया गया, जिसके कारण गाड़ियां लेट हुईं। प्रभावित गाड़ियों में ट्रेन नंबर 12434 हजरत-निजामुद्दीन सेंट्रल, 12286 सिकंदराबाद दुरंतो एक्सप्रेस, 12511 गोरखपुर-कोचीवल्ली राप्तीसागर एक्सप्रेस, 12139 सेवाग्राम एक्सप्रेस, 11045 कोल्हापुर-धनबाद एक्सप्रेस,12160 जबलपुर-अमरावती एक्सप्रेस, 22137 प्रेरणा एक्सप्रेस, 01324 मेमू, 01324 आमला-नागपुर मेमू और 01203 नागपुर-आमला मेमू शामिल रहीं।



पानी में फंसे दो युवाओं को बचाया

शुभम विलास खोब्रागडे (28) और शिवशंकर पिंटू लक्ष्मण प्रसाद पाठक (38) दोनों मौदा रोड असोली में पानी में फंस गए थे। मनपा की टीम बोट लेकर वहां पहुंची और दोनों का रेस्क्यू किया।

प्रभावित लोगों को मदद का भरोसा

मनपा आयुक्त डा. अभिजीत चौधरी व जिलाधीश डा. विपीन इटनकर ने प्रभावित इलाकों में पहुंचकर हालात का जायजा लिया और पीड़ित लोगों को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया। पूर्व पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, विधायक अभिजीत वंजारी, पूर्व पार्षद तानाजी वनवे ने प्रभावित इलाकों में पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई से नागपुर में हुई तबाही का जायजा लिया और प्रशासन को उचित कदम उठाने के निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिन भर प्रशासन से हालात की जानकारी लेकर मनपा आयुक्त व जिलाधीश को हालात पर काबू पाने के लिए जरूरी निर्देश देते रहे।

120 विद्यार्थियों का रेस्क्यू

मूक-बधिर विद्यालय के 70 विद्यार्थी, एलएडी कॉलेज के 50 विद्यार्थियों का रेस्क्यू किया गया। अंबाझरी, शंकरनगर, हजारीपहाड, नंदनवन, नाग नदी से सटे इलाके, सुरेंद्रगढ़, गिट्टीखदान और शहर के हर हिस्से में बारिश ने तबाही मचाई।


शहर में कहां, कितनी बारिश

एयरपोर्ट 119.5 मिमी, कृषि विद्यापीठ 170 मिमी, कामठी 170 मिमी, सीताबर्डी 111 मिमी, पारडी 103 मिमी बारिश हुई। दमकल जवानों ने 152, एसडीआर ने 105, एनडीआरएफ ने 45, सेना ने 36, आपदा मित्र टीम ने 11 लोगों का रेस्क्यू किया। इसके अलावा विद्यार्थियों को भी सुरक्षित निकाला गया।

यहां भारी नुकसान

कुम्हारपुरा जूना बगड़गंज, सक्करदरा गार्डन, मोरभवन बस स्टैंड व मोर भवन की दुकानों में पानी घुसने से काफी नुकसान हुआ है।

दबे पांव आई मौत

बारिश का पानी घर में घुसने से महेश नगर क्षेत्र की मीराबाई पिल्ले (70 वर्ष) और तेलंगखड़ी क्षेत्र के सुरेंद्रगढ़ की संध्या श्यामराव ढोरे की मौत हो गई। संध्या लकवे से पीड़ित थी।

वहीं, मेडिकल अस्पताल में भर्ती मौसी से मिलने आए संजय गाडेगावकर (52) अयोध्यानगर निवासी की गड्ढे में जमा पानी में डुबकर मौत हो गई। अस्पताल परिसर में निर्माणकार्य के लिए गेट नं. 2 के पास गहरा गड्ढा किया है आैर उसमें बारिश का पानी जमा हाे गया था। संजय की मौसी नलिनी शिंगणे की इलाज के दौरान मेडिकल में मौत हाे गई।

शंकर नगर में नाले में गिरे पेड़ की टहनी को पकड़ने के चक्कर में एक युवा नाले में बह गया। दो युवक टहनी पकड़ने का प्रयास कर रहे थे। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के जवानों ने एक युवक को बचा लिया, जबकि दूसरा नाले के तेज बहाव में बह गया।

घनघोर बारिश - सूचना के बावजूद मदद में देरी

मूसलाधार बारिश से मोरभवन बस स्टैण्ड में पानी भर गया। रात को हॉल्टिंग पर रहने वाले ड्राइवर, कंडेक्टर बसों में सो रहे थे। जब पानी बस के भीतर आने लगा, तो उनकी नींद खुली। बाहर देखा तो पूरा परिसर पानी से भरा था। घबराकर वे जैसे-तैसे छत पर पहुंचे और सहयोगी कर्मचारियों को फोन कर जानकारी दी। फायर ब्रिगेड तक बात पहुंची, लेकिन उनके आते-आते सुबह हो गई। करीब 8 घंटे तक गर्जन व बारिश के बीच वे बस की छत पर फंसे रहे। बसों में पानी घुस जाने व रूट प्रभावित होने से नागपुर में 15 हजार किमी तक बसें रद्द कर दी गईं। यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।


छत पर फंसे थे मां-बेटे, पुलिस ने बचाई जान

जानकी टॉकीज के संचालक मां-बेटे पानी में फंस गए। किसी फिल्मी दृश्य की तरह पुलिसकर्मी ने उनकी जान बचाई। जानकी टॉकीज की संचालक सुनिता तिवारी (42) के मकान का निर्माण कार्य जारी है। इस कारण वह 16 वर्षीय बेटे के साथ कुछ दिनों से जानकी टॉकीज के दो कमरों में रह रही थीं। मूसलधार बारिश से टॉकीज के पीछे वाला नाला ओवर फ्लो हो गया और नाले का प्रवाह उल्टा दिशा में बहने लगा। टॉकीज के सामने वाला हिस्सा ढलान में होने से पानी टॉकीज में घुस गया था। सामने की सड़क भी लबालब होकर बहने लगी थी।


जान बचाने के लिए मां-बेटे छत पर गए। तड़के पांच बजे के दौरान सुनिता ने धंतोली थाने में फोन किया व और मदद की गुहार लगाई। थाने की नाइट ऑफिसर एपीआई मंगला वाकडे ने कंट्रोल और दमकल को सूचना दी। इस बीच, वायरलेस पर मैसेज सुनकर यशोधरा नगर थाने के वरिष्ठ निरीक्षक ज्ञानेश्वर भेदोडकर सहयोगियों के साथ पहुंचे। चारों तरफ अंधेरा और पानी का तेज बहाव, जान की परवाह किए बीना भेदोडकर ने गाड़ी से रस्सी निकाली और बेल्ट को बांधकर और गहरे पानी में उतर गए। लगभग सौ डेढ़ सौ मीटर तक दोनों को खींच कर लाया। कड़ी मशक्कत के बाद मां-बेटे को बचा लिया गया, लेकिन उन्हें सदमें में देख तत्काल अस्पताल भेजा गया।


मृतकों के परिवारों की मदद

अतिवृष्टि के कारण शहर में बड़े पैमाने पर जान-माल की हानि हुई। इसे लेकर शाम को केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हालातों का जायजा लिया, जिसके बाद बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद की घोषणा की गई। अतिवृष्टि में मृतक व्यक्ति के परिवार को 4-4 लाख रुपए की घोषणा और जिन मकानों में पानी घुसा, ऐसे सभी पीड़ितों को 10-10 हजार रुपए तत्काल सानुग्रह अनुदान देने की घोषणा की गई। इस दौरान दुकानों के नुकसान पर 50 हजार तक मदद, टपरी-ठेला धारकों को 10 हजार तक मदद सहित मलबा निकालने के लिए राज्य सरकार द्वारा निधि देने की घोषणा की गई। बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि लगभग 10 हजार घरों में पानी घुसने का प्राथमिक अनुमान है। उन्हें तत्काल मदद 10 हजार रुपए दी जाएगी। मलबा निकालने के लिए राज्य सरकार निधि देगी। रविवार तक सभी घरों से मिट्टी-मलबा निकाला जाएगा।

अतिवृष्टि के कारण बाढ़ से नुकसान की समीक्षा केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की। मनपा मुख्यालय में हुई बैठक में मंत्रियों ने प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए। पंचशील चौक में नाग नदी के पुल को त्वरित सुधारने का आदेश दिया गया। बैठक में विधायक कृष्णा खोपडे, विधायक विकास कुंभारे, विधान परिषद सदस्य प्रवीण दटके, भाजपा के शहर अध्यक्ष बंटी कुकडे, पूर्व महापौर माया इवनाते, पूर्व महापौर संदीप जोशी, पूर्व उपमहापौर संदीप जाधव, जिलाधिकारी विपिन इटनकर, मनपा आयुक्त अभिजीत चौधरी, पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, मनपा की अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल उपस्थित थे। नाग नदी की सुरक्षा दीवार टूटने व बस्तियों में लोगों के घरों में पानी घुसने के अलावा घरों में मलीन व मिट्टीयुक्त पानी जमा होने के मामलों की समीक्षा की गई। आवश्यक राहत कार्य के निर्देश दिए गए।




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