अनदेखी: जेईई, नीट के छात्र निर्वाह भत्ता से वंचित
बार्टी की ओर से हो रहा है अन्याय
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछले ढाई महीने से जेईई और नीट के छात्र निर्वाह भत्ता के साथ-साथ किताबें और सामग्री वंचित हैं। ‘बार्टी’ यानी बाबासाहेब अाम्बेडकर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के महानिदेशक द्वारा छात्रों के साथ एक तरह का अन्याय किया जा रहा है। इसलिए मानवाधिकार संरक्षण मंच के सचिव आशिष फुलझेले ने छात्रों के समस्याओं का मुद्दा उठाया है।
जल्द राहत देने की मांग : बार्टी द्वारा वर्ष 2023-24 के लिए 200 छात्रों के लिए जेईई और नीट के लिए नागपुर में कक्षाएं शुरू की गईं है। इसमें मुख्य रूप से 200 छात्रों को टेंडर प्रक्रिया में चयनित कर 6 संस्थानों में बांटा गया। छात्रों की कक्षाएं शुरू हुए ढाई माह हो गए हैं। यह कक्षाएं पहले ही 3 महीने देरी से शुरू हुईं हैं। किताबों और अध्ययन सामग्री के लिए विभाग द्वारा शुरू में छात्रों को 5000 रुपए देने थे, लेकिन अभी भी छात्रों को पैसे नहीं मिले हैं। पुस्तकों एवं सामग्री के अभाव के कारण विद्यार्थियों को पढ़ाई में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लगभग 90 प्रतिशत छात्र बाहर गांव से यहां पढ़ने के लिए आते हैं। चयनित छात्रों में से कई छात्रों की आर्थिक स्थिति खराब है और उन्हें मिलने वाला निर्वाह भत्ता समय पर नहीं मिलने के कारण छात्रों काे गुजारा करना भी बहुत मुश्किल हो रहा है। दिवाली के मौक पर छात्रों की उपेक्षा करना गलत है। इसलिए जल्द से जल्द प्रशासन इस मामले पर संज्ञान ले छात्रों को राहत दे, ऐसी मांग मानवाधिकार संरक्षण मंच ने की है।