गणेशोत्सव: 1200 मंडलों को मोबाइल संदेश, रक्तदान शिविर समेत सामाजिक आयोजनों का निर्देश
- गणेशोत्सव को रक्तदान शिविर समेत सामाजिक आयोजनों का निर्देश
- 938 मंडलों को सफलतापूर्वक संदेश
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगरपालिका प्रशासन ने सभी जोन में स्वच्छता अधिकारी के माध्यम से सार्वजनिक गणेश मंडलों में जनजागरण आरंभ किया है। इस दौरान जोन अंतर्गत गणेश मंडलों के पदाधिकारियों और सदस्यों को कचरा विलगीकरण का महत्व समझाया जा रहा है। इसके साथ ही फूल, हार समेत अन्य जैव-विघटनशील कचरे को हरी डस्टबिन और प्लास्टिक, नारियल अवशेष, प्रसाद का गत्ते का डिब्बा समेत सूखा कचरा नीला डिब्बे में डालने का आवाहन किया गया है। मंडलों के सदस्यों को परिसर में स्वच्छता रखने को लेकर भी सुझाव दिए गए हैं। मंडलों को डेंगू, मलेरिया समेत अन्य संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए भी जनजमाव को साफ करने, गंदगी से परहेज करने, श्रद्धालुओं को मच्छरों के माध्यम से होनेवाली बीमारियों की भी जानकारी देने का निर्देश दिया गया है। मनपा के स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से सार्वजनिक मंडलों के कार्यकलापों की जानकारी रखी जा रही है।
938 मंडलों को सफलतापूर्वक संदेश
मनपा आयुक्त डॉ अभिजीत चौधरी की ओर से पर्यावरणपूरक आयोजन का निर्देश दिया गया है। इस लिहाज से मनपा के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग से मोबाइल संदेश 1200 सार्वजनिक मंडलों के पदाधिकारियों को मोबाइल संदेश भेजा गया है। इस संदेश में परिसर के ब्लड बैंक, संबंधित जोन अधिकारी के नाम पता समेत अन्य जानकारी दी गई है। मंडलों को रक्तदान शिविर का आयोजन करने का निर्देश दिया गया है।
निर्माल्य संकलन का भी निर्देश
मनपा के घनकचरा व्यवस्थापन विभाग से सार्वजनिक मंडलों और घरेलू गणेश स्थापना करने वालों को निर्माल्य संकलन का निर्देश दिया गया है। प्रशासन ने 10 जोन में करीब 12 निर्माल्य संकलन वाहनों को क्रियान्वित किया है, ताकि निर्माल्य को सुरक्षित रूप में संकलन कर भांडेवाड़ी पहुंचाया जा सके। घरेलू गणेशों के पास का निर्माल्य भी करीबी सार्वजनिक मंडल में जमा कराना है। इस निर्माल्य से जैविक खाद का निर्माण किया जाएंगा। पिछले साल 10 दिनों के गणेशोत्सव के दौरान करीब 178.2 मीट्रीक टन निर्माल्य का संकलन किया गया था। निर्माल्य से करीब 15 मीट्रीक टन जैविक खाद बनाने की जानकारी मनपा प्रशासन ने दी है।