स्वच्छ जल: शुद्ध जलापूर्ति की पहल, जिले के सभी गांवों में आरओ लगाने का प्रस्ताव मंजूर
- जिला परिषद की जलव्यवस्थापन समिति ने लिया निर्णय
- खनिज विकास प्रतिष्ठान से निधि के लिए भेजेंगे प्रस्ताव
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले के ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने जिला परिषद के जलव्यवस्थापन समिति ने सभी गांवों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने आरओ लगाने का प्रस्ताव मंजूर किया। अपेक्षित निधि के लिए जिला खनिज प्रतिष्ठान के पास प्रस्ताव भेजने के अध्यक्ष मुक्ता कोकड्डे ने प्रशासन को निर्देश दिए।
सीधे जलस्रोत से होती है जलापूर्ति
ग्रामीण क्षेत्र में जलापूर्ति योजनाएं हैं, लेकिन जलशुद्धिकरण की व्यवस्था नहीं है। जलस्रोत से लिया जानेवाला पानी सीधे नलों से घरों में पहुंचाया जाता है। जलशुद्धिकरण प्रक्रिया किए बिना पानी उपयोग में लाने से जलजन्य बीमारियों का खतरा बना रहता है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए जिले के सभी गांवों में आरओ लगाने का प्रस्ताव जिप की जलव्यवस्थापन समिति ने मंजूर किया।
बोरवेल, कुओं के पानी का उपयोग
ग्रामीण क्षेत्र की अधिकांश जल योजनाएं बोरवेल, कुओं के जलस्रोत पर निर्भर है। बोरवेल, कुओं का पानी वाटर पंप लगाकर टंकी भरी जाती है। टंकी से नल में पानी छोड़ जाता है। ग्रामीण नागरिक उसी पानी का पीने के लिए और अन्य उपयोग करते हैं।
बरसात के मौसम में दूषित जलापूर्ति
बरसात के मौसम में बोरवेल, कुओं का पानी दूषित होने का खतरा बढ़ जाता है। बरसात का पानी जगह-जगह जमा होकर जलस्रोत में चला जाने से जलस्रोत दूषित हो जाते हैं। उसी का पानी जलापूर्ति योजना से नलों में छोड़ा जाने से उसे पीने पर नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में आ जाता है।
दूषित पानी संक्रमण की प्रमुख वजह
ग्रामीण क्षेत्र में बरसात के मौसम में डायरिया, कॉलरा जैसी बीमारियों से संक्रमण की समस्या हर साल होती है। जिस क्षेत्र में यह संक्रमण फैलता है, वहां स्वास्थ्य विभाग को डेरा डालकर निगरानी रखनी पड़ती है। हर साल जिले के किसी न किसी क्षेत्र में यह समस्या होती है। हर बार दूषित जलापूूर्ति से यह समस्या आने की प्रमुख वजह सामने आई है। भविष्य में इस समस्या से निजात दिलाने के लिए जिला परिषद की जलव्यवस्थापन समिति ने सभी गांवों में आरओ लगाने का निर्णय लिया। निधि के लिए जिला खनिज प्रतिष्ठान के पास प्रस्ताव भेजने के प्रशासन को निर्देश दिए।