नागपुर: 12वीं के रिजल्ट में बढ़ोतरी, एडमिशन पर पड़ेगा असर, डिग्री एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन

  • डिग्री एडमिशन के लिए आज से ऑनलाइन आवेदन
  • एडमिशन पर पड़ेगा असर

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-03 12:07 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. बारहवीं बोर्ड परीक्षा में नागपुर विभाग पिछले साल की तरहा इस साल भी राज्य में आठवें स्थान पर रहा है, लेकिन पिछले साल की तुलना में नागपुर विभाग के इस साल परिणाम में 1.77 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसलिए इस वर्ष प्रत्येक छात्र का प्रतिशत बढ़ा है। बारहवीं के रिजल्ट में हुई बढ़ोतरी का एडमिशन पर सीधा असर पड़ने वाला है। साथ ही विज्ञान, वाणिज्य शाखा के लिए नामी कॉलजों में एडमिशन के लिए छात्रों की कतारें लगने की संभावना जताई जार रही है। नागपुर विश्वविद्यालय से संलग्नित कॉलेजों में डिग्री कॉलेज में एडमिशन के लिए आज 3 जून से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू होने वाली है। छात्रों को किसी भी कॉलेज में एडमिशन कराने से पहले यह रजिस्ट्रेशन करना है।

कॉलेजों को कटऑफ बढ़ेगा

नागपुर विभाग के कुल 92.12 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। इस साल विभाग में 11 हजार 24 छात्र प्रवीणता में उत्तीर्ण हुए हैं। प्रवीणता एवं प्रथम श्रेणी में कुल 52 हजार 991 छात्र हैं। विशेष बात यह है कि इनमें से अधिकतर छात्र विज्ञान और कॉमर्स शाखा से हैं। इसलिए इस साल भी इन शाखा में नामी कॉलेजों में एडमिशन लेने के लिए छात्रों की कतारें लगी रहेंगी। इनमें शिवाजी साइंस कॉलेज, गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, हिस्लॉप, कमला नेहरू, मोहता साइंस, कॉमर्स के लिए जी. एस. कॉमर्स, डीएनसी, बिंजाणी समेत अन्य कॉलेज शामिल हैं। इसलिए इन कॉलेजों में दाखिले के लिए "कटऑफ' बढ़ जाएगी।

कला शाखा के लिए भी बढ़ेगी भीड़

कला विभाग में सीटों की तुलना में अधिक छात्र उत्तीर्ण होने के कारण, यह देखा जाएगा कि इस वर्ष कला विभाग में रिक्तियों का अंतर समाप्त हो जाएगा। आर्ट्स में दाखिले के लिए हिस्लॉप, मॉरिस और एसएफएस हमेशा से छात्रों की पहली पसंद रही हैं।

प्रवीणता श्रेणी में 4 हजार की वृद्धि

इस वर्ष प्रवीणता श्रेणी (75 प्रतिशत से अधिक) में छात्रों की संख्या में चार हजार की वृद्धि हुई है। प्रवीणता श्रेणी में विभाग में 11 हजार 24 छात्र एवं प्रथम श्रेणी में 41 हजार 967 छात्र हैं। पिछले वर्ष की तुलना में द्वितीय श्रेणी में छात्रों की संख्या में कमी आई है। पिछले साल 71 हजार 359 छात्र द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए थे। इस साल वह संख्या डेढ़ हजार से घटकर 69 हजार 711 रह गई है। इसके अलावा तृतीय श्रेणी में 2023 में 26 हजार 894 और इस साल के रिजल्ट में 6 हजार छात्र कम हुए हैं, जिससे संख्या 20 हजार 429 पर आ गई है।


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