लूटपाट: पुणे-हटिया एक्सप्रेस में मारपीट और लूट-पाट
तृतीयपंथी के वेश में आए थे लुटेरे, हर यात्री से 500 रुपए की वसूली
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पुणे-हटिया एक्सप्रेस में यात्रियों के साथ मारपीट कर उनसे लूटपाट की घटना को अंजाम दिए जाने की जानकारी सामने आई है। बताया जाता है कि लूटपाट करने वाले तृतीयपंथी के वेश में थे, इनकी संख्या करीब 6 बताई जा रही है। इस मामले में लोहमार्ग पुलिस ने दो तृतीय पंथियों को हिरासत में लिया है। लोहमार्ग पुलिस अधीक्षक डॉ. अक्षय शिंदे के मार्गदर्शन में घटना को लेकर धारा 395 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
40 यात्रियों से करीब 20 हजार की लूट : सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 3-4 जनवरी की दरमियानी रात करीब 1 बजे पुणे-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन में तृतीय पंथियों ने घुसकर यात्रियों से लूटपाट की। बताया जाता है कि तृतीयपंथियों के गिरोह ने करीब 40 यात्रियों से लूटपाट करते हुए प्रत्येक से जबरन 500 रुपए वसूल किया। इस तरह इस गिरोह ने करीब 20 हजार रुपए की ट्रेन के अंदर लूट-खसोट की। पुलिस ने पीड़ित यात्रियों का वीडियो तैयार कर घटना के संदर्भ में जानकारी हासिल की। इस मामले में लोहमार्ग पुलिस ने पीड़ित यात्री राजेश कुमार का बयान दर्ज कर लुटेरों के खिलाफ डकैती का मामला दर्ज किया है। राजेश कुमार (22) आईसी चौक निवासी ने पुलिस को बताया कि वे पीछे के जनरल कोच में पुणे से नागपुर सफर कर रहे थे। इस डिब्बे में करीब 70 यात्री सवार थे। देर रात करीब 12.30 बजे पुणे से िनकली ट्रेन वर्धा रेलवे स्टेशन पर पहुंची। इस दौरान वर्धा रेलवे स्टेशन से करीब 6 लोग स्लीपर डिब्बे के अंदर घुसे। चार लोग साड़ी पहनकर थे और दो लोग जींस व पैंट पहने हुए थे। यह सभी तृतीयपंथी के वेश में थे। डिब्बे के अंदर घुसते ही वे लूटपाट करने लगे।
वर्धा रेलवे स्टेशन से निकलते ही लूट-पाट शुरू : ट्रेन में सफर करने वाले यात्री राजेश कुमार व अन्य की मानें तो वर्धा रेलवे स्टेशन से ट्रेन नागपुर की ओर रवाना हुई। ट्रेन की गति तेज होते ही तृतीय पंथियों ने स्लीपर डिब्बे से जनरल बोगी में प्रवेश किया। उन्होंने यात्रियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। प्रत्येक यात्री से 500 रुपए मांगे, जिन्होंने नहीं दिया, उनसे मारपीट की जा रही थी, कुछ लोग डर के कारण उन्हें पैसे दे दिए। ऐसे करीब 40 यात्रियों को लूटने के बाद रकम जमाकर अजनी रेलवे स्टेशन के पहले ट्रेन की गति धीमी होने पर सभी तृतीय पंथी चलती ट्रेन से उतरकर फरार हो गए। ट्रेन में सफर कर रहे एक यात्री ने घटना के बारे में पुलिस नियंत्रण कक्ष को जानकारी दी। ट्रेन आने के पहले आरपीएफ जवान प्लेटफार्म पर तैयार हो गए थे। ट्रेन रात करीब 1.50 बजे नागपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंची। यात्री भयभीत नजर आ रहे थे। यात्रियों ने सामूहिक रूप से रेलवे पुलिस को आपबीती सुनाई। पुलिस ने उनका वीडियो तैयार किया। इस दौरान राजेंद्र सिंह नामक पीडित यात्री भी सफर में शामिल था।