लापरवाही: ठेका एजेंसी के कब्जे से सिमट कर रह गया गांधीबाग उद्यान, मूल रूप पर खतरा मंडरा रहा
- नागरिकों की कई बार शिकायत के बाद भी अधिकारियों ने नहीं ली सुध
- उद्यानों की देखभाल और नवीनीकरण के नाम पर खासी लापरवाही
- डेकोरेशन सामग्री, पार्किग के लिए निर्माणकार्य से बढ़ी परेशानी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछले कुछ सालों में शहर के उद्यानों की देखभाल और नवीनीकरण के नाम पर खासी लापरवाही बरती जा रही है। शहर के मुख्य भाग गांधीबाग के उद्यान को लेकर मनपा की उदासीनता से अब उद्यान के मूल स्वरूप पर खतरा मंडराने लगा है। उद्यान के बड़े हिस्से में निजी ठेका एजेंसी की डेकोरेशन सामग्री, पार्किग के लिए निर्माणकार्य से खासी परेशानी पैदा हो रही है। नागरिकों ने कई बार मनपा प्रशासन को शिकायत की, लेकिन कार्रवाई तो दूर, अधिकारियों ने सुध तक नहीं ली है। नागरिकों का कहना है कि, उद्यान के अधिकांश हिस्से को संचालन एजेंसी लोटस स्पोर्टिंग एंड कल्चर एसोसिएशन ने कब्जे में लिया है और निजी इस्तेमाल में लाया जा रहा है। ऐसे में उद्यान का बड़ा हिस्सा पार्किग समेत अन्य व्यावसायिक गतिविधियों की भेंट चढ़ गया है।
लाखों का खर्च, लेकिन नागरिकों को दिक्कत : पिछले कई सालों में गांधीबाग उद्यान के जीर्णोद्धार और नवीनीकरण पर कई बार खर्च किया गया। इस क्षेत्र का मनपा में प्रतिनिधित्व पूर्व महापौर दयाशंकर तिवारी करते रहे हैं। वे इस उद्यान पर विशेष ध्यान देते रहे हैं। साल 2012 में मनपा स्थायी समिति प्रमुख के नाते तिवारी ने 45.49 लाख की निधि देकर उद्यान का कायाकल्प कराया था। साथ ही भारतीय वायुसेना के सहयोग से जेट फाइटर विमान भी स्थापित कराया। साल 2018-19 में राज्यसभा सदस्य डॉ. विकास महात्मे ने भी उद्यान में जैविक खाद तैयार करने के लिए 23 लाख की श्रेडर मशीन मुहैया करायी है। हालांकि, ठेका एजेंसी की कार्यप्रणाली को लेकर अभी भी जनप्रतिनिधि कोई पहल नहीं कर रहे हैं।
मामले की जानकारी लेता हूं : ^गांधीबाग उद्यान में ठेका एजेंसी की मनमानी को लेकर मुझ तक कोई भी शिकायत नहीं आई है। इस मामले की जानकारी लेता हूं। नागरिकों को कोई भी असुविधा होने पर उद्यान का जायजा लेकर आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे। -रवींद्र भेलावे, उपायुक्त एवं विभाग प्रमुख उद्यान विभाग, मनपा