कार्रवाई: ट्रेन में भोजन बेचने वाले 2731 अवैध वेंडर गिरफ्तार
छह माह में 2734 मामले दर्ज कर 27.61 लाख जुर्माना भी वसूला
डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे में अवैध तरीके से खाना बेचना महंगा पड़ा। आरपीएफ ने गत 6 माह में 2734 मामले दर्ज कर 2731 अवैध वेंडरों को गिरफ्तार किया। इनसे 27.61 लाख रुपए जुर्माना वसूला। पूरे मध्य रेलवे की बात करें, तो नागपुर सहित मुंबई, पुणे, सोलापुर व भुसावल में कुल 21,749 मामले दर्ज कर 2.72 करोड़ रुपए जुर्माना वसूल किया गया। इसमें 21 हजार से अधिक अवैध वेंडरों को जेल भेजा गया।
आउटर पर ट्रेनों में घुसते थे : रेलव में यात्रियों को कोई भी चीज बेचने के लिए रेल प्रशासन से लाइसेंस लेना जरूरी है, लेकिन कई लोग स्टेशन पर आने वाली गाड़ियों में आउटर पर घुसकर खाद्य पदार्थ बेचते हैं। जिसके कारण कई यात्रियों को जहर खुरानी आदि होती है। ऐसे में मध्य रेल के रेलवे सुरक्षा बल एंटी-हॉकर्स स्क्वाड ने अप्रैल से अक्टूबर के दौरान रेलवे परिसरों और ट्रेनों के भीतर अनधिकृत हॉकिंग और अतिक्रमण की गैरकानूनी गतिविधि के खिलाफ एक बेहद सफल अभियान चलाया और 21,749 मामले दर्ज किए और 21,736 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसी अवधि में हॉकर्स विरोधी दस्ते ने विभिन्न अभियान और जांच की तथा 21,749 मामले दर्ज कर 21,736 लोगों को गिरफ्तार किया और 2.72 करोड़ रुपए जुर्माना लगाया।
मंडल स्तर पर इस तरह हुई कार्रवाई : केवल मुंबई मंडल ने 8,629 मामले दर्ज किए गए और 8,624 लोगों की गिरफ्तारी कर कुल 94.77 लाख का जुर्माना लगाया गया। भुसावल मंडल ने सबसे ज्यादा जुर्माना लगाया गया। मंडल ने 6,349 मामले दर्ज कर 1.15 करोड़ रुपए कमाए और 6,348 लोगों को गिरफ्तार किया। पुणे मंडल के आरपीएफ ने 1,856 मामले दर्ज किए, 1,855 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और 12.71 लाख रुपए जुर्माना वसूल किया। आरपीएफ सोलापुरI .मंडल ने 2,181 मामले दर्ज किए, 2,178 लोगों को गिरफ्तार किया और 21.92 लाख रुपए जुर्माना लगाया।