नागपुर: महिला सिपाही खुदकुशी मामले में प्रेमी पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज
- प्रेम संबंधों में धोखा मिलने से हुई थी घटना
- महिला सिपाही द्वारा फांसी लगाने का मामला
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षु महिला सिपाही द्वारा आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ आया है। घटना के लिए उसके प्रेमी को जिम्मेदार माना जा रहा है। गुरुवार को बजाज नगर थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है।
शादीशुदा थी प्रतीक्षा
प्रशिक्षु महिला पुलिस सिपाही प्रतीक्षा आदिनाथ भोसले (26) सांगली जिला के इंदापुर तहसील अंतर्गत काठी की निवासी थी। वर्ष 2023 में वह मुंबई पुलिस दल में भर्ती हुई थी। वह अप्रैल 2024 से नागपुर पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में ट्रेनिंग ले रही थी थी। 9 जुलाई की तड़के 5 बजे उसने प्रशिक्षण केंद्र के हॉस्टेल क्र. 3 की छत पर पानी की टंकी में लगी लोहे की सीढ़ी से चुन्नी बांधकर फांसी लगा ली, जिससे उसकी मौत हो गई। प्रतीक्षा की मां शकुंतला और पिता आदिनाथ के अनुसार पुलिस में भर्ती होने से पहले प्रतीक्षा की शादी हो गई थी। पुलिस भर्ती के लिए उसने सांगली के निजी एकेडमी में एडमिशन लिया था। उसी एकेडमी में निरंजन राजेंद्र नलावडे (28) सांगली जिला के ही बत्तीस शिराला निवासी ने भी एडमिशन लिया था। उस दौरान दोनों की मुलाकात के बाद उनमें प्रेम संबंध स्थापित हो गए।
दूसरी लड़की से शादी कर ली
प्रतीक्षा पहले पति से तलाक लेकर निरंजन से शादी करने वाली थी, जबकि उसके माता-पिता का विरोध था। लाख समझाने के बावजूद प्रतीक्षा निरंजन से शादी करने की जिद्द पर अड़ी थी। निरंजन और प्रतीक्षा में रोज फोन पर घंटों बातें और चैटिंग होती थीं। इस बीच निरंजन ने प्रतीक्षा से छुपकर रिश्तेदारी में किसी और लड़की से शादी कर ली, जबकि प्रतीक्षा ने पहले पति से तलाक लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। प्रेमी से धोखा मिलने के बाद वह न इधर की रही, न उधर की। इससे कई बार उसका निरंजन से विवाद भी हुआ। उसकी सहयोगी प्रशिक्षु महिला सिपाहियों के अनुसार बहुत दिनों से वह तनाव में थी, जिससे उसने आत्मघाती कदम उठा लिया था। घटनास्थल से बरामद सुसाइड नोट के आधार पर तथा प्रतीक्षा की मां की शिकायत पर निरंजन के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया गया है।
हाथ में था मंगलसूत्र
घटना के वक्त प्रतीक्षा के हाथ में मंगलसूत्र था, जिसे वह निरंजन के हाथों से पहनने का सपना देख रही थी। सुसाइड नोट में उसने केंद्र की सहेलियों को उसकी मौत पर दु:ख नहीं जताने व अपने मोबाइल में उसकी फोटो स्टेटस पर नहीं रखने के लिए कहा था, ताकि ऐसा करने से उनके माता-पिता को भी घटना का पता चलेगा और उन्हें दु:ख होगा, साथ ही केंद्र की भी बदनामी होगी।