जाति कार्ड: शूद्र हूं, इसलिए टारगेट किया जा रहा है

  • राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तटकरे ने सुप्रिया सुले पर कसा तंज
  • बोले टारगेट किया जा रहा है

Bhaskar Hindi
Update: 2023-11-06 14:03 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. सांसद सुप्रिया सुले के बयानों को लेकर राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है-शूद्र हूं, इसलिए मेरे को टारगेट किया जा रहा है। मेरा नाम लिए बिना मेरे संबंध में तो, तू जैसे शब्दों का उपयोग िकया जा रहा है। संसद रत्न मेरा उल्लेख क्यों बार-बार कर रही हैं यह मैं नहीं जान पा रहा हूं। रविवार को पत्रकार क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में तटकरे बोल रहे थे।

अपमानजनक बयान दे रही हैं

राकांपा में विभाजन के बाद सांसद सुले विविध बयानों के माध्यम से राकांपा अजित गुट के नेताओं पर शाब्दिक वार कर रही है। उनका कहना है कि शरद पवार को वे लोग ही धोखा देने लगे हैं, जिन्हें पवार ने राजनीति में चलना सिखाया। तटकरे ने कहा-संसद रत्न शाहू, फुले का विचार रखते हैं लेकिन संसद रत्न न जानें क्यों मेरे को लेकर अपमानजनक बयान दे रही हैं। तटकरे ने यह भी कहा कि अजित पवार के नेतृत्व में ही राकांपा कार्य कर रही है। राकांपा पहले ही भाजपा के साथ जाने की तैयारी कर चुकी थी। 2014 में राकांपा विधायकों से कहा गया था कि सत्ता के लिए भाजपा को बिना शर्त समर्थन दिया जाए। उस समय भाजपा ने समर्थन भी नहीं मांगा था। 2019 में कांग्रेस ने शिवसेना के साथ गठबंधन किया। राकांपा के कई विधायक शिवसेना के बजाय भाजपा से गठबंधन को सही मान रहे थे। बकायदा भाजपा के समर्थन में विधायकों ने हस्ताक्षर भी किए थे। राकांपा शिवसेना से गठबंधन कर सकती है फिर भाजपा से परहेज क्यों‌?

राकांपा का मुख्यमंत्री होता : तटकरे ने कहा- 2004 में ही राज्य में राकांपा का मुख्यमंत्री होता। कांग्रेस के साथ गठबंधन में राकांपा का मुख्यमंत्री क्यों नहीं होने दिया गया, इस संबंध में सारी जानकारी मेरे पास है। उचित समय पर सब कुछ बताऊंगा। लोकसभा व विधानसभा चुनाव में राकांपा (अजित गुट) भाजपा के साथ ही रहेगी। राज्य में लोकसभा की 45 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा गया है। सीट साझेदारी को लेकर राकांपा के प्रमुख नेताओं की बैठक होगी। उसके बाद भाजपा गठबंधन के नेताओं से चर्चा की जाएगी। राज्य सरकार मराठा आरक्षण दिलाना चाहती है। मराठा आरक्षण को लेकर किसकी नीयत सही है यह भी साफ हो जाएगा। सरकार शुरू होते ही सरकार की भूमिका मराठा समाज को पता चलेगी। मराठा के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। पत्रकार वार्ता में रुपाली चाकणकर, सूरज चव्हाण, प्रशांत पवार, बाबा गूजर, राजेंद्र जैन, अाभा पांडे, ईश्वर बालबुधे सहित अन्य पदाधिकारी थे।

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