नागपुर: नंदग्राम की अड़चनें दूर मिली तकनीकी मान्यता, 40 पशु शेड बनाए जाएंगे
- कार्य जल्द आरंभ करने का प्रयास
- पशु शेड बनाए जाएंगे
- नंदग्राम की अड़चनें दूर हुई
डिजिटल डेस्क, नागपुर. मनपा के पशुसंवर्धन विभाग को राज्य सरकार ने 25 मार्च 2023 को नंदग्राम प्रोजेक्ट के लिए 104 करोड़ की राशि आवंटित की है। करीब 11 साल से लंबित नंदग्राम प्रस्ताव को साल 2013 में तत्कालीन आयुक्त श्याम वर्धने की पहल पर पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. गजेन्द्र महल्ले ने तैयार किया था। इस प्रस्ताव को बनाने के लिए गुजरात समेत देश के अनेक स्थानों की मनपा क्षेत्र की व्यवस्था का अध्ययन किया गया था। मूल रूप से 25 करोड़ की लागत का प्रस्ताव अब 104 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। प्रोजेक्ट के लिए भांडेवाड़ी में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की जगह के आरक्षण को बदलकर पशु निवारा में तब्दील कराया गया है।
अब बढ़ीं उम्मीदें
जमीन आवंटन में देरी और राशि की उपलब्धता नहीं होने से प्रस्ताव को साकार रूप नहीं दिया जा सका। हाल ही में मुख्य अभियंता ने नंदग्राम प्रोजेक्ट के पहले चरण में 10 हेक्टेयर क्षेत्र में 104 करोड़ की लागत से 1 हजार गाय और भैंस को रखने की व्यवस्था के प्रस्ताव को तकनीकी मान्यता दी है। ऐसे में अब उम्मीद है कि 1 अगस्त से नंदग्राम के लिए शेड निर्माणकार्य आरंभ हो जाएगा। पहले चरण के प्रोजेक्ट के सफल होने पर मनपा ने पश्चिम नागपुर के गोरेवाड़ा में दूसरे नंदग्राम की भी योजना बनाई है।
40 पशु शेड बनाए जाएंगे
मनपा की ओर से नंदग्राम प्रोजेक्ट को निर्माणकार्य करने की दिशा में पहल आरंभ कर दी गई है। करीब 10 लाख 54 हजार 422 वर्गमीटर क्षेत्र में 40 पशु शेड बनाए जाएंगे। इसके साथ ही अंडर ग्राउंड पानी की टंकी, गौशाला, प्रशासकीय इमारत, पशुचिकित्सा केन्द्र, जानवरों के लिए घास और पशु आहार के लिए गोदाम, सुरक्षा दीवार का समावेश है।
बिजली, पानी और सुरक्षा की प्रक्रिया जारी : नंदग्राम के लिए सलाहकार एजेंसी की ओर से बिजली व्यवस्था को लेकर कनेक्शन लेने की प्रक्रिया चल रही है। पूरे नंदग्राम प्रोजेकट को 1.50 किमी के रास्तों से जोड़ा जाएगा। सिविल कामों के लिए 73 करोड़ 65 लाख रुपए, विद्युुतीकरण के लिए 3 करोड़ 68 लाख रुपए के साथ जलापूर्ति और फायर फाइटिंग सुविधा को भी प्रस्तावित किया गया है।
ऐसा है प्रस्ताव
मिलेगी राहत : राज्य के शहरी क्षेत्र में पशुपालन एवं संवर्धन अधिनियम 1976 के तहत उपराजधानी समेत शहरी इलाके में पशुपालन पर पाबंदी है। प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने भी पशुपालन से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम के निर्देश दिए हैं। ऐसे में अब नंदग्राम प्रोजेक्ट साकार होने से जनता और प्रशासन को राहत मिलेगी।
भारी समस्या : 1 अप्रैल 2020 से 30 जून तक मनपा के पशुसंवर्धन विभाग ने शहर में 3000 से अधिक आवारा पशुओं पर कार्रवाई कर 20 लाख रुपए का दंड वसूल किया है, लेकिन पशुओं के सड़कों पर आने की समस्या बनी हुई है।
योजना यह : भांडेवाड़ी के वाठोड़ा परिसर में 19 हेक्टेयर क्षेत्र में नंदग्राम प्रोजेक्ट को प्रस्तावित किया गया है। प्रोजेक्ट के तहत आवारा पशुओं के साथ ही शहर के पशुपालकों के 1,046 गोठे भी स्थानांतरित किए जाएंगे, ताकि पशु सड़क पर आने से यातायात में होनेवाली परेशानी से सुरक्षा संभव हो सके।
प्रावधान में संशोधन : नंदग्राम में करीब 3.50 हजार जानवरों के लिए 352 शेड बनाने का प्रावधान था, लेकिन अब संशोधन के बाद 10 हेक्टेयर क्षेत्र में करीब 1 हजार से अधिक पशुओं के रखने की व्यवस्था की जाएगी।
कार्य जल्द आरंभ करने का प्रयास
लीना उपाध्ये, मुख्य अभियंता, मनपा के मुताबिक राज्य सरकार से निधि आवंटित होने के बाद प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है, लेकिन लोकसभा चुनावों की आचार संहिता के चलते दिक्कत रही है। सारी बाधाओं को पार कर अब नंदग्राम प्रस्ताव को मूर्त रूप देने का प्रयास हो रहा है। प्रस्ताव को प्रशासकीय और तकनीकी मान्यता मिलने के बाद निर्माणकार्य आरंभ करने का प्रयास हो रहा है।