कलमेश्वर: धापेवाड़ा के विट्ठल-रुक्माई मंदिर में उमड़ेगा भक्तों का जनसैलाब, 22 जुलाई को यात्रा
- 22 जुलाई को होगी मुख्य यात्रा
- स्वास्थ्य विभाग भी सजग
- 350 दिंडियां होंगी शामिल
डिजिटल डेस्क, कलमेश्वर. विदर्भ के छोटे पंढरपुर के नाम से विख्यात धापेवाड़ा क्षेत्र के विट्ठल-रुक्माई मंदिर में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी आषाढ़ी एकादशी पर दर्शनार्थ भक्तों का जनसैलाब उमड़ेगा। मानसून को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। सप्ताह भर चलने वाली यात्रा बुधवार 17 जुलाई से नगर फेरी से शुरू होगी। 18 से 20 जुलाई को पालकी समारोह का आयोजन होगा। पूर्णिमा के दिन महापूजा, महाआरती व अभिषेक के बाद मंदिर के पट भक्तों के दर्शनार्थ खोले जाएंगे।
22 जुलाई को होगी मुख्य यात्रा
मंदिर ट्रस्ट के सचिव आदित्य पवार ने बताया कि, धापेवाड़ा मंदिर में 22 जुलाई को मुख्य यात्रा होंगी। सुबह 5 बजे भगवान का विधिवत दुग्ध अभिषेक, पूजा व हवन होगा। मुख्य आरती धापेवाड़ा निवासी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सपत्नीक करेंगे। सांसद श्याम बर्वे, पूर्व सांसद कृपाल तुमाने, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, डॉ. राजीव पोतदार, रमेश मानकर, दिलीप धोटे, विधायक सुनील केदार, हरि वेलेकर महाराज, अरुण चिखले, विलासराव वैद्य, ट्रस्ट के अध्यक्ष रुद्धप्रताप सिंह पवार आदि मौजूद रहेंगे।
एसटी चलाएगी स्पेशल बसें : एसटी विभाग की ओर से कलमेश्वर, सावनेर, काटोल, नरखेड़, मोर्शी से यात्रा के लिए स्पेशल बसें छोड़े जाने की जानकारी दी गई। मंदिर के बाहर बसों को खड़ा करने के लिए अलग जगह की व्यवस्था मंदिर ट्रस्ट ने की है।
स्वास्थ्य विभाग भी सजग : कलमेश्वर सरकारी अस्पताल द्वारा डॉक्टरों की दो टीम भेजने की जानकारी दी गई। धापेवाड़ा मंदिर परिसर के दोनों छोर पर 2 कैम्प लगाए जाएंगे। इसके अलावा 2 एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है।
350 दिंडियां होंगी शामिल : धापेवाड़ा महोत्सव में मंजीरा मृदग, ढोलक. वीणा और अन्य साहित्य के साथ रथ यात्रा के आगे ‘जय हरि विट्ठल, जय हरि विट्ठल’ जयघोष के साथ तकरीबन 350 दिंडियां शामिल होने की जानकारी दी गई है।