मांग: हलबा समाज की समस्या हल करें
सीएम, डीसीएम ने बैठक लेकर की समस्याओं पर चर्चा
डिजिटल डेस्क, नागपुर । मध्य प्रांत तथा बराड प्रांत में हलबा समाज ने बुनकर व्यवसाय अपनाया, जिसके चलते हलबा तथा हलबी समाज आरक्षण से वंचित रहा है। अधिसंख्य पदों पर कार्यरत कर्मचारियों को सेवा लाभ मिलने में दिक्कतें आ रही हैं। विधायक प्रवीण दटके ने सदन में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखा था। उस पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बैठक लेकर समाज की समस्याओं पर चर्चा की। दटके ने कहा कि, हलबा इसी प्रांत के निवासी हैं। बुनकर व्यवसाय अपनाने की वजह से कोष्टी समुदाय में मिश्रित हो गए। साल 1931 की जनगणना का आधार लेकर सरकार ने सन 1936 में पिछड़ी जाति, मूल निवासी जनजाति की सूची मान्य कर 4 दिसंबर 1941 को शासन परिपत्रक निर्गमित किया गया। उसमें नागपुर, भंडारा, चंद्रपुर, वर्धा, यवतमाल, अकोला, अमरावती, बुलढाना जिले के निवासी हलबा जनजाति का मूल निवासी जनजाति के रूप में समावेश है। इस संबंध में विस्तृत प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने के लिए विधायक विकास कुंभारे, प्रवीण दटके तथा हलबा समाज के प्रतिनिधिमंडल ने बैठक में रखा।