सफलता: डेंटल कॉलेज को मिली नैक ‘ए’ प्लस मान्यता
तीन सदस्यीय समिति ने किया दो दिवसीय दौरा
डिजिटल डेस्क, नागपुर । शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (डेंटल) नागपुर को नैक ए प्लस की मान्यता मिली है। यह राज्य का पहला सरकारी डेंटल कॉलेज है, जिसे यह मान्यता मिली है। नैक समिति ने इस कॉलेज के शिक्षा, प्रबंधन, योजनाएं, संसाधन, नव कल्पनाएं, मरीजों की सेवा, उपचार पद्धति व अन्य गुणवत्ता की दखल ली है। इस संबंध में आयोजित पत्र परिषद में अधिष्ठाता डॉ. अभय दातारकर ने बताया कि नैक की तरफ से तीन सदस्यीय समिति ने दो दिवसीय दौरा किया था। इसमें समन्वयक समेत दो अन्य सदस्य शामिल थे।
5 एड ऑन पाठ्यक्रम : समिति ने 3.33 के तारांकित सीजीपीए के साथ नैक ए प्लस की मान्यता दी है। डेंटल कॉलेज में संस्थात्मक 5 एड ऑन पाठ्यक्रम तक विस्तार किया गया है। नियोजनबद्ध तरीके से विद्यार्थियों की शिक्षा और रोजगार के लिए विशेष उपक्रम चलाए जाते हैं। यहां के स्मार्ट क्लास रूम, ई-लाइब्रेरी, प्रयोगशाला, प्रशिक्षण, रेटिंग पद्धति, रिफ्लेक्शन लॉगबुक आदि के चलते इस कॉलेज व अस्पताल की दखल ली गई है। बीते पांच सालों में 613 शोध निबंध, 50 से अधिक कॉपीराइट व 21 पेटेंट व डिजाइंस तैयार किए गए हैं। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय उत्कृष्ट मानकों के आधार पर हर तरह की गतिविधियों को प्राथमिकता दी जाती है।
इसलिए बना महत्वपूर्ण : तीन माले की इमारत, आधुनिक उपकरण, क्लिनिकल सामग्री , प्रयोगशाला, मोबाइल डेंटल वैन, आउटरीच कार्यक्रम, शिविर आदि के कारण इस इसे महत्वपूर्ण माना गया है। 2017 से 700 से अधिक शिविर, 63000 से अधिक मरीजों को लाभ हुआ है। डॉ. दातारकर ने बताया कि यहां के शिक्षक, विभाग प्रमुख, पूर्व व वर्तमान विद्यार्थी समेत संस्थाएं व अन्य सह्योगी की मदद से नित नये प्रयोग कर विद्यार्थी व मरीजों के हित में कार्य किये जाते हैं। नैक ए प्लस का दर्जा प्राप्त करने के लिए डेंटल के अधिष्ठाता डॉ. अभय दातारकर, डॉ. ज्योति मनचंदा, डॉ. शुभा हेडगे, डॉ. वसुंधरा भड, डॉ. सुचित्रा गोसावी समेत पूरी टीम ने मदद की है।