वर्चस्व की लड़ाई: जेल में गैंगवार से सुरक्षा व्यवस्था पर फिर उठे सवाल, दो कैदियों में भिड़ंत
- जेल के बैरक नंबर तीन में हुई घटना
- टीन के नुकीले पत्रे से बोला हमला
- एक ही दिन पहले वीडियो वायरल
डिजिटल डेस्क, नागपुर. दो कैदियों के बीच वर्चस्व को लेकर जेल के बैरक नंबर तीन में भिड़ंत हो गई। तड़के हुई इस घटना को लेकर गैंगवार होने की आशंका है। इससे जेल की सुरक्षा यंत्रणा पर फिर से सवाल उठ खड़े हुए हैं। इस बीच धंतोली थाने में आरोपी कैदी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। जख्मी कैदी चेतन हजारे है। वह बाल्या बिनेकर हत्याकांड का आरोपी है। उसे जेल के बैरक नंबर 3 में रखा गया है। उसी बैरक में आरोपी कैदी समीर अहमद सागीर अहमद व अन्य भी हैं। कहा जाता है कि चेतन का अपने बैरक में दबदबा है। इस कारण वह खुद का काम अन्य कैदियों से करवाता है। चेतन की दहशत होने के कारण बाकी कैदी उसका काम चुपचाप कर भी लेते हैं, लेकिन बैरक के अन्य कैदियों द्वारा चेतन की जी-हजूरी करना समीर को पसंद नहीं था। उसने अन्य कैदियों को चेतन का काम नहीं करने के लिए कई बार कहा था, लेकिन चेतन की दहशत के कारण समीर की बातों का अन्य कैदियों पर असर नहीं हुआ ,लिहाजा वे उसके काम करते रहे।
एक ही दिन पहले वीडियो वायरल : जेल प्रशासन की शिकायत पर समीर के खिलाफ मारपीट करने का प्रकरण दर्ज किया गया है। घटित प्रकरण से जेल में गैंगवार होने की आशंका जताई जा रही है। उल्लेखनीय है कि इसके एक दिन पहले ही जेल से वीडियो वायरल होने की घटना हुई है। उसके पहले गांजा, मोबाइल मिलना और खून खराबे की घटनाएं जेल परिसर में होती रही हैं। ताजा घटित प्रकरण से जेल की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल उठ खड़ा हुआ है।
टीन के नुकीले पत्रे से बोला हमला : दो दिन पहले ऐसी ही किसी बात को लेकर चेतन और समीर के बीच विवाद हो गया। जेल रक्षकों ने मध्यस्थता कर मामले को वहीं सुलझा लिया। उसका बदला लेने के इरादे से सोमवार को तड़के करीब चार से पांच बजे के दौरान मौका देखकर समीर ने बैरक में पड़े टीन के नुकीले पत्रे से चेतन पर हमला कर दिया। उसके पीठ व शरीर के अन्य हिस्सों पर वार किया है। घटित प्रकरण को लेकर बैरक के कैदियों ने हो हल्ला मचाया। इसके बाद सुरक्षा रक्षक दिनेश कुंजाम और संजय श्रीवास्तव ने बीच बचाव किया। इस बीच जख्मी चेतन को जेल के ही चिकित्सालय में उपचार िकया गया है।