नागपुर मेडिकल अस्पताल: डीपीडीसी की बैठक में हो सकती ब्लड बैंक के लिए निधि मंजूर, 4 करोड़ का इंतजार

  • जल्द तैयार होगा नया अत्याधुनिक ब्लड बैंक
  • डीपीडीसी की बैठक में हो सकती है निधि मंजू

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-10 15:54 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में नई ब्लड बैंक के लिए एक साल से अधिक समय से इंतजार किया जा रहा है। नई ब्लड बैंक के लिए जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजा गया है। बताया गया कि ब्लड बैंक के लिए 4 करोड़ रुपए की मांग की गई है। यह राशि जिला नियोजन विकास समिति (डीपीडीसी) से देने का आश्वासन दिया गया है। करीब तीन महीने से अधिक समय हो चुका है। लेकिन इस बारे में सकारात्मक पहल नहीं हो पायी है। सूत्रों ने बताया कि डीपीडीसी की आगामी बैठक में निधी मंजूर होने की संभावना है।

लोकनिर्माण विभाग ने तैयार किया प्रस्ताव

शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय को 75 साल पूरे हो चुके है। इतने सालों में आबादी के हिसाब से मेडिकल में मरीजों की संख्या व यहां की जरुरतें भी बढ़ चुकी है। इसलिए यहां सरकार की तरफ से प्राप्त निधि से विविध विकासकार्य किये जा रहे है। प्रस्तावित योजनाओं में नई ब्लड बैंक बनाने की योजना का समावेश भी है। इसके लिए जरुरी निधि के लिए प्रयास किया जा रहा है। मेडिकल की मुख्य इमारत के तल माले पर पुरानी सर्जिकल कैजुअल्टी यूनिट की खाली जगह में ब्लड बैंक तैयार की जानेवाली है। इसके लिए 4 करोड़ रुपए की आवश्यकता है। कुछ महीने पहले जिला प्रशासन को प्रस्ताव देकर निधि की मांग की गई थी। लेकिन किसी कारणवश यह निधि नहीं मिल पायी। इसके बाद जिला खनिकर्म विभाग से निधि की मांग की गई है। लोकनिर्माण विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर दिया है। जल्द ही यह निधि मिलने की संभावना व्यक्त की गई है।

रक्त संकलन पर दिया जाएगा जोर

शहर में चार सरकारी ब्लड बैंक हैं। इनमें से एक आदर्श ब्लड बैंक मेडिकल में है। यह ब्लड बैंक पहले माले पर है। इसके कारण जरुरतमंदों को ब्लड बैंक तक पहुंचने में परेशानी होती है। कई बार जानकारी के अभाव में भागदौड़ करनी पड़ती है। यह ब्लड बैंक पुरानी व काफी कम जगह में है। जैसे-तैसे काम चलाया जा रहा है। इस समस्या को देखते हुए मेडिकल प्रशासन ने ब्लड बैंक का विस्तार करने की योजना बनाई है। मेडिकल में हर साल 16000 यूनिट रक्त की आवश्यकता पड़ती है। विविध शिविरों व रक्तदाताओं के माध्यम से 11000 यूनिट रक्त संकलन होता है। करीब 5000 यूनिट रक्त की कमी पड़ती है। गर्मियों के दिनों में रक्त की किल्लत होने पर मरीजों के परिजनों को भागदौड़ करनी पड़ती है। नया ब्लड बैंक तैयार होने पर अधिकाधिक रक्त संकलन करने पर जोर दिया जाएगा। सरकार ने मेडिकल के विविध विकास कार्यों के लिए 514 करोड़ रुपए मंजूर किये हैं। इसमें से 283 करोड़ की योजनाओं को प्रशासकीय मंजूरी मिली है। विकास कार्यों की शुरुआत हो चुकी है।

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