आरएसएस: इसरो के पूर्व प्रमुख कोप्पिलिल्ल राधाकृष्णन होंगें विजयादशमी उत्सव के प्रमुख अतिथि

  • सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत करेंगे मार्गदर्शन
  • अस्त्र शस्त्र पूजन के साथ शक्ति की आराधना की जाएगी
  • डॉ.कोप्पिलिल्ल राधाकृष्णन अंतरिक्ष वैज्ञानिक क्षेत्र की जानी मानी शख्सियत

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-16 10:36 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयादशमी उत्सव में पद्मभूषण डॉ.के राधाकृष्णन प्रमुख अतिथि होंगे। डॉ.राधाकृष्णन इसरो अर्थात भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के प्रमुख रहे हैं। उत्सव में सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत का मुख्य उद्बोधन होगा। यह उत्सव 12 अक्टूबर 2014 को प्रात: 7.40 बजे रेशमबाग नागपुर में होगा। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख उत्सवों में विजयादशमी उत्सव का अलग स्थान है।

इस उत्सव में उद्बोधन के माध्यम से सरसंघचालक संघ की अगली कार्यदिशा के बारे में संकेत देते हैं। संघ शताब्दी वर्ष मनाने की तैयारी कर रहा है। 1925 को विजयादशमी के दिन ही संघ की नागपुर में स्थापना हुई थी। इसलिए विजयादशमी उत्सव के साथ ही स्थापना दिवस समारोह भी शाखाओं में एक साथ मनाया जाता है। इस दौरान अस्त्र शस्त्र पूजन के साथ ही शक्ति की आराधना की जाती है। वर्ष के अंत में मनाए जानेवाले सबसे महत्वपूर्ण उत्सव में संघ का विजयादशमी उत्सव शामिल है। संघ के महानगर संघचालक राजेश लोया के अनुसार इस उत्सव में शक्ति की आराधना कर शाखाओं के माध्यम से स्वयंसेवकों में सेवा कार्य की नई ऊर्जा दी जाती है। सरसंघचालक का उद्बोधन संघ की न केवल दिशा बल्कि दशा का भी संकेत देता है। पिछले वर्ष संघ के विजयादशमी उत्सव में गायक व संगीतकार पद्मश्री शंकर महादेवन मुख्य अतिथि थे।

डॉ.कोप्पिलिल्ल राधाकृष्णन

डॉ.कोप्पिलिल्ल राधाकृष्णन अंतरिक्ष वैज्ञानिक क्षेत्र की जानी मानी शख्सियत है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के अध्यक्ष रहे है। आईआईएमबी के 1976 की पीजीपी बैच के छात्र रहे हैं। उन्हें 16 जनवरी 2014 को पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। डॉ.राधाकृष्णन को 2010 में भारतीय प्रबंधन संस्थान बैंगलोर के विशेष पूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानिक किया गया था। उन्होंने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र वीएसएससी तिरुवनंतपुरम के निदेशक के रुप में भी काम किया है। वर्तमान में देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम के प्रमुख के रुप में वे चंद्रयान 2 व भारतीय मानवीय अंतरिक्ष उड़ान, अंतरिक्ष विज्ञान मिशन और अंतरग्रहीय अन्वेषणों पर इसरो के फोकस का नेतृत्व कर रहे हैं। अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा के अलावा डॉ.राधाकृष्णन कुशल गायक और कथकली नर्तक भी हैं।

Tags:    

Similar News