सजगता: एफडीए की सोशल मीडिया पर पैनी नजर

  • अब दीपावली पर लड्डू, चकली-चिवड़ा बेचने वालों की खैर नहीं
  • लाइसेंस नहीं, तो जाना पड़ सकता है जेल

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-09 07:47 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दिवाली को आने में अब ज्यादा समय नहीं है। ऐसे में शहर में कई छोटे व्यवसायी तैयार होने लगे हैं। जो घर में चकली-चिवड़ा व लड्डू बनाकर बेचते हैं और इसके लिए वे सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं, लेकिन अब बिना लाइसेंस खाद्य पदार्थ नहीं बेचे जा सकेंगे। इस बार दिवाली के पहले से एफडीए ऐसे व्यवसायियों पर नजर रखा है। इस प्रकार खाद्य पदार्थ बेचने वालों को अब जेल जाना पड़ सकता है। अन्न व औषधि विभाग ने अपील की है कि, यदि कोई भी इस तरह का व्यवसाय करता है, तो वह पहले खाद्य विभाग का लाइसेंस ले।

समय बचाने के लिए लोग खरीदते हैं : दिवाली में घर-घर में फलाहार बनता है। चकली, चिवड़ा, लड्डू जैसे व्यंजन घर में बनाकर लक्ष्मीपूजन के दिन इसका भोग लगाया जाता है। चूंकि, इसे बनाने में काफी समय लगता है, इसलिए कई लोग दिवाली का फलाहार दुकानों से खरीदना पसंद करते हैं। कई लोग सोशल मीडिया का फायदा उठाकर अपने घरों में यह व्यंजन बनाकर बेचते हैं, जिसे लोग खरीदते भी हैं। पहले यह व्यवसाय काफी कम प्रमाण में होता था, लेकिन अब हर कोई पैसा कमाने के लिए चकली-चिवड़ा बनाकर बेचने का व्यवसाय कर रहे हैं। यह व्यंजन बेचन वाले कई लोगों के पास लाइसेंस नहीं होता। उन्हें किसी विभाग द्वारा की जाने वाली कार्रवाई का डर भी नहीं होता है।

कोई नुकसान हुआ, तो व्यवसायी जिम्मेदारी नहीं लेते : पैकेट पर भी स्टीकर आदि नहीं लगाया जाता है। यह व्यंजन खाने से कोई नुकसान होता है, तो वह इसकी जिम्मेदारी भी नहीं लेते हैं। गत वर्ष तक एफडीए ने इनके प्रति सुस्ती दिखाई थी, लेकिन इस बार अन्न औषधि विभाग इन पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। दरअसल, नियमानुसार खाद्य पदार्थ बेचने वालों के पास एफडीए का लाइसेंस, बेचे जाने वाले पैकेट पर उत्पादन तिथि से लेकर समाप्ति तिथि लिखना जरूरी है, जिससे खाद्य पदार्थ की क्लालिटी के बारे में ग्राहक ठीक से जानकारी मिल सके। 

तैयार की जा रही विक्रेताओं की सूची : लेकिन वर्तमान में कई खाद्य विक्रेता इसे नजरअंदाज करते हैं, जिससे ग्राहकों तक असुरक्षित खाद्य पदार्थ पहुंचने की आशंका बढ़ रही है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए अब एफडीए ने इन पर नजर रखकर कार्रवाई करने का मन बनाया है। विभाग ऐसे व्यवसायियों की सूची तैयार कर इन पर कार्रवाई करने वाला है।

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