परेशानी: वैक्सीन के इंतजार में फ्लू के मरीज, जनवरी से अब तक नहीं मिला है इंजेक्शन का कोटा

  • गर्भवर्ती महिलाओं समेत गंभीर बीमारी के मरीजों पर संकट
  • घातक वायरल संक्रमण, लेकिन सुरक्षा उपाय नहीं

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-22 14:04 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। साल 2015 में पूरे देश में पहली मर्तबा गर्भवती महिलाओं को इन्फ्लूएंजा से सुरक्षा के लिए वैक्सीन देना आरंभ किया गया। राज्य की पहल को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सराहा था, लेकिन अब पूरे राज्य में वैक्सीन को लेकर संकट का सामना करना पड़ा रहा है। इस साल जनवरी से वैक्सीन की खरीदी नहीं होने से गर्भवती महिलाओं के साथ ही हेल्थवर्कर्स और गंभीर बीमारियों से जूझने वालें मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उपराजधानी में भी जनवरी माह में मनपा के स्वास्थ्य विभाग को 416 वैक्सीन मिले थे। प्राथमिकता से मनपा अस्पतालों ने गर्भवती महिलाओं समेत चिन्हित मरीजों को दे दिया है, लेकिन अब जुलाई से सितंबर माह तक शहर में इन्फ्लूएंजा संक्रमण तेजी से बढ़ता है, लेकिन इससे सुरक्षा के लिए प्रशासन के पास वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है। यह स्थिति अब जिला प्रशासन के साथ ही पूरे राज्य में बनी हुई है। स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय की ओर से बरसात के चलते जल्द ही वैक्सीन आपूर्ति को लेकर पत्र भेजने का आश्वासन दे रहे है।

राज्य के स्वास्थ्य विभाग इन्फ्लूएंजा से सुरक्षा के लिए प्रतिवर्ष वैक्सीन की खरीदी कर प्रत्येक जिले को आपूर्ति करता है। गर्भवती महिलाओं, डायबिटीज, हाईपरटेंशन, मोटापा के मरीजों के साथ ही इन्फ्लूएंजा वार्ड में सेवा देने वाले चिकित्सकों और पैरामेडिकल वर्कर्स को साल में एक बार वैक्सीन दिया जाता है। राज्य सरकार की ओर से 50 लाख से अधिक वैक्सीन की खरीदी होनी चाहिए, लेकिन पिछले साल 2023-24 में पूरे राज्य के लिए महज 1 लाख वैक्सीन की खरीदी हुई थी। महानगरपालिका की ओर से राज्य सरकार से 10 हजार वैक्सीन की मांग की गई थी, लेकिन 5 हजार वैक्सीन मुहैया कराएं गए थे। इस वैक्सीन के समाप्त होने के बाद दोबारा 5 हजार की मांग करने पर 460 वैक्सीन ही दिए गए है। पिछले 6 माह में मनपा प्रशासन कई मर्तबा वैक्सीन आपूर्ति के लिए पत्र भेज चुका है।

घातक वायरल संक्रमण, लेकिन सुरक्षा उपाय नहीं

बरसात के दौरान के दौरान संक्रामक रोगों का प्रसार होता है। छिंकने, खांसी के माध्यम से फ्लू फेफड़ों, नाक और गले पर हमला करता है। छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं और गंभीर बीमारी समेत कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों को जल्दी असर करता है। साल 2028-09 तक इन्फ्लूएंजासे गर्भवती महिलाओं की मृत्युदर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही थी। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से गर्भवती महिलाओं समेत तीन श्रेणी में सालाना इंफ्लूएंजा के टीके को देने का फैसला किया गया। हालांकि पिछले साल भर से पूरे राज्य में कम खरीदी के चलते वैक्सीन का टोटा पड़ा हुआ है।

राज्य सरकार को भेजेंगे डिमांड

डॉ कांचन वानेरे, स्वास्थ्य उपसंचालक के मुताबिक बरसात के दिनों में इंफ्लूएंजा का संक्रमण तेजी से बढ़ता है। मनपा की ओर से वैक्सीन की मांग को लेकर समीक्षा की जा रही है, जल्द ही राज्य सरकार से वैक्सीन की आपूर्ति के लिए डिमांड भेजी जाएंगी।

मनपा क्षेत्र में इंफ्लूएंजा स्थिति

साल      संक्रमित        मृत्यु

2018        63               11

2019       242              22

2020          2              0

2021          3              0

2022          371         21

2023          79          10

कुल            760         64

जनवरी 2024 से जुलाई तक 35 संक्रमित मरीज

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